शब्द हिंसा का बेलगाम समय! – प्रो. संजय द्विवेदी
संजय उवाच: यह समय ‘शब्द हिंसा’ का है — जिसमें भाषा का इस्तेमाल विचारों के आदान-प्रदान के बजाय अपमान, द्वेष और मानसिक हमले के लिए किया जा रहा है। न्यूज़…
Read moreसंजय उवाच: यह समय ‘शब्द हिंसा’ का है — जिसमें भाषा का इस्तेमाल विचारों के आदान-प्रदान के बजाय अपमान, द्वेष और मानसिक हमले के लिए किया जा रहा है। न्यूज़…
Read moreलखनऊ: वरिष्ठ पत्रकार और मीडिया शिक्षक प्रो. संजय द्विवेदी को उनके गृहनगर बस्ती (उत्तर प्रदेश) में ‘बेस्ट ऑफ बस्ती अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें उत्तर प्रदेश के…
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