
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के 25वें स्थापना दिवस पर सीएम नीतीश कुमार का पार्टी कार्यालय पहुंचना बिहार की राजनीति में नया मोड़ साबित हुआ। केंद्रीय मंत्री और पार्टी प्रमुख चिराग पासवान ने कुछ घंटे पहले ही इच्छा जताई थी कि अगली सालगिरह पर नीतीश कुमार शामिल हों, लेकिन उनकी यह मुराद पहले ही पूरी हो गई। कार्यक्रम के दौरान चिराग ने नीतीश का पैर छूकर आशीर्वाद लिया और गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। सीएम ने दिवंगत रामविलास पासवान को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
चिराग ने उम्मीद जताई कि चुनाव आयोग उनकी पार्टी को पुराना चुनाव चिह्न लौटाएगा। भावुक चिराग ने कहा, “मैं शेर का ही नहीं, शेरनी का भी बेटा हूं,” और कार्यकर्ताओं को आगामी चुनाव में 100% स्ट्राइक रेट सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने पार्टी की सफलता पर हो रही आलोचनाओं को नजरअंदाज कर संगठन को और मजबूत बनाने पर जोर दिया। नीतीश की मौजूदगी और चिराग के उत्साहपूर्ण बयान ने बिहार की राजनीति में नए समीकरणों की अटकलों को जन्म दे दिया है।