
चुनाव आयोग ने 7 जनवरी 2025 को दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया, जिसके साथ ही दिल्ली में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है, इसलिए नई विधानसभा के गठन को सुनिश्चित करने के लिए यह चुनाव निर्धारित समय पर कराया जा रहा है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जानकारी दी कि दिल्ली में कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 पंजीकृत मतदाता हैं, जिनमें 84 लाख 49 हजार 645 पुरुष और 71 लाख 73 हजार 952 महिला मतदाता शामिल हैं। आगामी चुनाव में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच होने की संभावना है।
चुनाव आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही दिल्ली में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं, और सभी प्रमुख दल अपने चुनाव प्रचार में सक्रिय हो गए हैं।
इसके साथ ही, चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग करें और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भागीदारी निभाते हुए चुनाव को सफल बनाएं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने अपनी आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने संकेत दिया कि उनका कार्यकाल मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में जल्द ही समाप्त हो रहा है। राजीव कुमार फरवरी 2024 में सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने ईवीएम और अतिरिक्त वोटों से संबंधित चुनाव आयोग पर लगे आरोपों का भी जवाब दिया।
राजीव कुमार ने 15 मई 2022 को भारत के 25वें मुख्य चुनाव आयुक्त का पद संभाला था। इससे पहले, वह 1 सितंबर 2020 से चुनाव आयुक्त के रूप में सेवाएं दे रहे थे। उनके कार्यकाल में 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव और कोविड महामारी के दौरान असम, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में चुनाव आयोजित किए गए। मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में उन्होंने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनावों, लोकसभा चुनावों और उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड समेत कई राज्यों के विधानसभा चुनावों का सफल संचालन किया।