
प्रयागराज: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ से लौटने के बाद यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महाकुंभ जाने वाले मार्गों पर यातायात बाधित न हो और वाहनों को केवल पार्किंग स्थलों पर ही रोका जाए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रयागराज में सभी दिशाओं से श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है, ऐसे में सड़कों पर जाम की स्थिति न बनने दी जाए।
मुख्यमंत्री ने माघ पूर्णिमा स्नान के दौरान विशेष सावधानी बरतने और वसंत पंचमी की तरह ही व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए। उन्होंने बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण की आवश्यकता पर जोर दिया। इस बैठक में शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रयागराज, कौशांबी, कानपुर, सुल्तानपुर, अमेठी, वाराणसी, अयोध्या, मीरजापुर, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा, प्रतापगढ़, भदोही, रायबरेली, गोरखपुर, महोबा, लखनऊ सहित कई जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, मंडलायुक्त और जिला प्रशासन के अधिकारी जुड़े थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज में लोगों का आवागमन तेजी से बढ़ रहा है, और स्नान पर्व पर इसमें और वृद्धि होगी। उन्होंने प्रयागराज की सीमा पर स्थापित पार्किंग स्थलों का प्रभावी संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। यहां पांच लाख से अधिक वाहनों की पार्किंग व्यवस्था उपलब्ध है, जिसका पूरा उपयोग किया जाए। साथ ही, बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सहायता करने और श्रद्धालुओं के साथ सहयोगपूर्ण व्यवहार बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि यातायात प्रबंधन के लिए शटल बसों की संख्या बढ़ाई जाए और लोगों को पार्किंग नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाए।
प्रयागराज से सीमा साझा करने वाले जिलों के जिलाधिकारियों को प्रयागराज प्रशासन के साथ समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए गए। भीड़ नियंत्रण के लिए आवश्यकता अनुसार बैरिकेडिंग की जाए और टोल प्लाजा पर जाम की स्थिति न बनने दी जाए। रेलवे स्टेशनों पर बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे अधिकारियों से संपर्क कर ट्रेनों का सुचारु संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। परिवहन निगम की अतिरिक्त बसें भी लगाई जाएं।
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ क्षेत्र में स्वच्छता बनाए रखने पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। संगम स्नान के दौरान श्रद्धालु गंगा में पुष्प-माला अर्पित करते हैं, इसलिए इसकी लगातार सफाई की जाए। गंगा और यमुना में पर्याप्त जल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एडीएम और एसडीएम स्तर के 28 प्रशासनिक अधिकारियों सहित कई पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई है। यातायात प्रबंधन के लिए पुलिस पेट्रोलिंग जारी रखने, क्रेन और एंबुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। सभी प्रमुख मार्गों पर यातायात सुचारु रखने के लिए विशेष सतर्कता बरती जाए।
महाकुंभ में अब तक 44 करोड़ 75 लाख से अधिक श्रद्धालु संगम स्नान कर चुके हैं, जिससे यह विश्व का सबसे बड़ा मानव समागम बन गया है। मुख्यमंत्री ने प्रयागराज की दैनिक गतिविधियों को भी सुचारु बनाए रखने के निर्देश दिए, ताकि आवश्यक वस्तुओं की कमी न हो और स्थानीय निवासियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
उन्होंने संत रविदास जयंती (12 फरवरी) के अवसर पर वाराणसी के सीर गोवर्धनपुर सहित विभिन्न जिलों में आयोजित कार्यक्रमों के दृष्टिगत प्रशासन को सतर्क रहने को कहा। लाखों श्रद्धालु वाराणसी और अयोध्या में भी दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं, जिससे चित्रकूट और मीरजापुर में भी भीड़ बढ़ रही है।
अगले दो दिनों में और अधिक श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुए उन्होंने विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। नगरों में होल्डिंग एरिया बनाकर भीड़ को नियंत्रित किया जाए और परिस्थिति अनुसार आगे बढ़ने दिया जाए। उन्होंने भ्रामक सूचनाओं के प्रसार को रोकने और अफवाह फैलाने वाले अराजक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए।
इस बीच, जयनगर से नई दिल्ली जा रही स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन पर मधुबनी स्टेशन पर यात्रियों ने पथराव कर दिया। इस घटना में ट्रेन की कई बोगियों के शीशे टूट गए, हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मधुबनी स्टेशन पर बड़ी संख्या में कुंभ स्नान के यात्री मौजूद थे, लेकिन अधिकतर बोगियों के दरवाजे अंदर से बंद होने के कारण वे ट्रेन में सवार नहीं हो सके। इससे नाराज होकर यात्रियों ने हंगामा किया और ट्रेन खुलने पर पथराव कर दिया। इस घटना में एसी बोगी सहित कई बोगियों के शीशे टूट गए। समस्तीपुर स्टेशन पहुंचने पर ट्रेन को 45 मिनट तक रोका गया और बोगियों की मरम्मत के बाद ट्रेन को मुजफ्फरपुर के लिए रवाना किया गया।