Patna: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महुआ सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। तेज प्रताप ने शनिवार को यह बड़ा ऐलान करते हुए बताया कि वे अब किसी पार्टी के भरोसे नहीं, बल्कि जनता के आशीर्वाद से राजनीति करेंगे। उन्होंने अपनी नई राजनीतिक टीम का नाम ‘टीम तेज प्रताप यादव’ रखा है, जो फिलहाल कोई राजनीतिक दल नहीं बल्कि एक विचारधारा के रूप में काम करेगी। तेज प्रताप इससे पहले 2015 में महुआ से विधायक रह चुके हैं, जबकि 2020 में वे समस्तीपुर के हसनपुर से चुने गए थे।

राजद से निष्कासन और पिता लालू यादव से संबंध टूटने के बाद तेज प्रताप ने पार्टी से पूरी तरह दूरी बना ली है। उन्होंने अपने वाहन से राजद का झंडा हटाकर हरे-पीले रंग का नया झंडा लगाया और यहां तक कि पीली टोपी पहनकर एक नया राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की। मीडिया से बातचीत में तेज प्रताप ने स्पष्ट किया कि वे अब उन लोगों के साथ खड़े होंगे जो युवाओं, बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों को प्राथमिकता देंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “इस बार चाचा सीएम नहीं बनेंगे।”

तेज प्रताप की इस घोषणा के बाद बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। यह फैसला न सिर्फ राजद के लिए चुनौतीपूर्ण है, बल्कि महागठबंधन की एकजुटता पर भी सवाल खड़े कर रहा है। माना जा रहा है कि तेज प्रताप यादव की यह नई राजनीतिक पहल आगामी चुनाव में नया समीकरण बना सकती है, खासकर युवा और असंतुष्ट वोटरों के बीच उनकी पकड़ को देखते हुए।