
Gurugram: हरियाणा सरकार ने 1 अगस्त 2025 से गुरुग्राम में सर्किल रेट में 10 से 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी लागू कर दी है। इससे वहां प्रॉपर्टी खरीदना अब और महंगा हो गया है, खासकर उन मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए जो शहर में अपने सपनों का घर खरीदने की योजना बना रहे थे। सर्किल रेट बढ़ने का सीधा असर स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज पर पड़ता है, जिससे कुल खरीद लागत काफी बढ़ जाती है।
गुरुग्राम के पॉश इलाकों जैसे DLF फेज I से V, साउथ सिटी, सुशांत लोक और गोल्फ कोर्स रोड जैसी जगहों पर 15–20% तक सर्किल रेट में इजाफा किया गया है। वहीं, नए सेक्टर जैसे सेक्टर 84, 85, और द्वारका एक्सप्रेसवे के आसपास की प्रॉपर्टीज पहले से ही तेजी से महंगी हो रही थीं। अब इन क्षेत्रों में 2BHK घरों की कीमतें 2–3 करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच गई हैं, जो आम मध्यम वर्ग के बजट से बाहर हो सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह बढ़ोतरी सरकार के राजस्व को बढ़ा सकती है और बाजार दरों में पारदर्शिता ला सकती है, लेकिन इसका समय ऐसा है जब त्योहारी सीज़न से पहले खरीदारों की उम्मीदें जगी थीं। अब इन उम्मीदों को झटका लग सकता है। खासकर वे परिवार जो लंबे समय से EMI या किफायती होम लोन के सहारे घर खरीदने की योजना बना रहे थे, उनके लिए यह सपना और दूर होता दिख रहा है। रियल एस्टेट डेवलपर्स भी मानते हैं कि इससे बाजार में सुस्ती आ सकती है क्योंकि बढ़ी हुई लागत खरीदारों की निर्णय क्षमता को प्रभावित करेगी।
कुल मिलाकर, गुरुग्राम में सर्किल रेट की यह नई दरें रियल एस्टेट सेक्टर के लिए तो लाभकारी हो सकती हैं, लेकिन मध्यम वर्ग के लिए घर खरीदना अब एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।