Sport: भारत में 27 अगस्त से 7 सितंबर 2025 तक बिहार के राजगीर में आयोजित होने वाले पुरुष हॉकी एशिया कप को लेकर पाकिस्तान हॉकी महासंघ (PHF) ने एशियन हॉकी फेडरेशन (AHF) से अपनी टीम के लिए वीज़ा की गारंटी मांगी है। महासंघ ने इस मांग के पीछे भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया बढ़े तनाव और सुरक्षा चिंताओं को वजह बताया है।

PHF का कहना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच बिगड़ते राजनीतिक हालात, खासतौर पर हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद, उनके खिलाड़ियों को वीज़ा मिलने को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। महासंघ चाहता है कि भारत सरकार की ओर से समय रहते वीज़ा को लेकर स्पष्ट आश्वासन दिया जाए, ताकि टीम की तैयारी प्रभावित न हो।

यह टूर्नामेंट 2026 में होने वाले एफआईएच हॉकी वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफायर भी है। ऐसे में पाकिस्तान के खेलने से वंचित रह जाने पर न केवल प्रतियोगिता की निष्पक्षता पर सवाल उठेंगे, बल्कि खिलाड़ियों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका भी छिन जाएगा।

पाकिस्तान ने 2016 में जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में भी इसी कारण हिस्सा नहीं लिया था, जब भारतीय वीज़ा न मिलने से टीम बाहर हो गई थी। ऐसे उदाहरणों को देखते हुए PHF ने इस बार पहले से लिखित आश्वासन की मांग की है।

वहीं हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान टीम के भारत आने का निर्णय भारत सरकार की मंजूरी पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा से जुड़ी कोई भी चिंता सर्वोपरि है और अंतिम निर्णय सरकार ही लेगी।

AHF ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि खेल और राजनीति के बीच कैसे तनाव अंतरराष्ट्रीय आयोजनों पर असर डाल सकता है।