नई दिल्ली: कोका-कोला इंडिया के सबसे बड़े बॉटलर एसएलएमजी बेवरेजेस के संस्थापक और प्रसिद्ध उद्योगपति श्री एस.एन. लधानी का 2 मई को बरेली स्थित उनके निवास पर निधन हो गया। वे 85 वर्ष के थे। उनका जीवन संघर्ष, मेहनत, दूरदर्शिता और सेवा भावना का प्रेरक उदाहरण है।

4 मई को बरेली में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में कई विशिष्ट जन उपस्थित हुए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री श्री बृजेश पाठक, उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री मदन कौशिक, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री अवनीश अवस्थी, वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल, प्रसार भारती के अध्यक्ष श्री नवनीत सहगल, ब्रह्माकुमारीज के अतिरिक्त महासचिव बी. के. मृत्युंजय, मेदांता हॉस्पिटल के सीईओ डॉ. पंकज साहनी, पद्म भूषण सम्मानित पैरा एथलीट दीपा मलिक, बॉलीवुड अभिनेता श्री सुनील शेट्टी, ओबेरॉय होटल्स के चेयरमैन श्री अर्जुन ओबेरॉय, और जिला बास्केटबॉल एसोसिएशन, हरिद्वार के प्रतिनिधियों सहित कई अन्य प्रमुख हस्तियों ने अपने संदेशों में श्री लधानी जी के योगदानों को याद किया और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। श्री लधानी एक आध्यात्मिक, सादा जीवन जीने वाले, समाजसेवी और सच्चे भारतीय उद्यमी थे। उनका जीवन सदा प्रेरणा देता रहेगा।

1940 में अविभाजित भारत के सिंध प्रांत में जन्मे श्री लधानी ने विभाजन के बाद अपने परिवार के साथ अयोध्या में नया जीवन शुरू किया। उन्होंने 1957 में बिहार के कटिहार से अपना व्यापारिक सफर शुरू किया। धीरे-धीरे वे निर्माण, कोल्ड स्टोरेज और फिर शीतल पेय उद्योग की ओर बढ़े। पारले से साझेदारी और फिर कोका-कोला के साथ जुड़ाव ने उनके जीवन में नया मोड़ लाया। 1992 में कोका-कोला की भारत में वापसी पर उनकी देखरेख में आगरा प्लांट से पहली बोतल का उत्पादन हुआ।

आज एसएलएमजी बेवरेजेस उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार में सात बड़े प्लांट चला रहा है और 10,000 से अधिक लोगों को रोजगार देता है। बक्सर में 1,200 करोड़ रुपये की लागत से नया संयंत्र बन रहा है और 1,500 करोड़ रुपये के निवेश से एक और प्लांट की योजना है।

श्री लधानी का योगदान केवल पेय उद्योग तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने होटल, मॉल, पशु आहार और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्रों में भी काम किया। ऋषिकेश में ओबेरॉय समूह के साथ होटल, और 75 मेगावाट स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन उनकी दूरदर्शिता को दर्शाता है।