गोरखपुर: प्रदेश भर से लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करने वाला खिचड़ी मेला, जो हर साल मकर संक्रांति के मौके पर गोरखपुर में आयोजित होता है, इस बार भी भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा। प्रशासन ने इस मेले के लिए तैयारी शुरू कर दी है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।

गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर क्षेत्र में आयोजित होने वाला यह मेला धार्मिक आस्था के साथ-साथ श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ा आयोजन बन चुका है। इस बार, प्रशासन ने मेला क्षेत्र में सुरक्षा और सेवा की व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया जाएगा और पुलिस बल को तैनात किया जाएगा। साथ ही, चिकित्सा सेवाओं और पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के पूजा-अर्चना कर सकें।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति पर आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध खिचड़ी मेले की तैयारियों को लेकर अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस बार मकर संक्रांति 14 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी, और इस आयोजन से जुड़े सभी कार्यों को 15 दिसंबर तक पूर्ण कर लिया जाना चाहिए।

गोरखनाथ मंदिर में आयोजित होने वाला खिचड़ी मेला, जो हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है, इस बार और भी भव्य होने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों और महापौर से मेला आयोजन की तैयारियों के बारे में जानकारी ली। बैठक में उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और सहूलियत को सर्वोपरि रखा जाए। साथ ही, श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े, यह सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री ने उस दौरान यह भी सुझाव दिया था कि 11 से 13 जनवरी तक प्रस्तावित गोरखपुर महोत्सव की तिथि 10 से 12 जनवरी करने पर विचार किया जाना चाहिए, ताकि मेला और महोत्सव के कार्यक्रमों के बीच किसी प्रकार की टकराहट न हो।

उन्होंने खिचड़ी मेला को ‘जीरो वेस्ट इवेंट’ बनाने के लिए नगर निगम को निर्देशित किया और कहा कि इस बार के मेले में हर साल से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ हो सकती है, खासकर आगामी महाकुंभ के मद्देनजर। ऐसे में मेला क्षेत्र में सुरक्षा और अन्य सुविधाओं का स्तर और भी बढ़ाना होगा।

मुख्यमंत्री ने शीतलहर के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्याप्त संख्या में अलाव जलवाने की व्यवस्था करने को कहा। साथ ही, सुरक्षा और यातायात प्रबंधन पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता जताई। इसके लिए पुलिस, यातायात पुलिस और सीसीटीवी की लगातार निगरानी की जाएगी। वाहनों की पार्किंग और मार्ग डायवर्जन की तैयारियां भी समय रहते कर ली जाएं।

इसके अलावा, उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि मंदिर मार्ग की सभी स्ट्रीट लाइट का परीक्षण किया जाए और अगर कोई समस्या हो तो उसे शीघ्र दुरुस्त कर लिया जाए। पानी की पर्याप्त व्यवस्था के लिए अस्थाई हैंडपंप लगाए जाने की योजना भी बनाई गई है।

इन सभी बिन्दुओं को ध्यान में रखते हुये गोरखपुर प्रशासन तैयारियां शुरू कर दीं है।

गोरखपुर खिचड़ी मेला न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह शहर के लिए एक आर्थिक और सांस्कृतिक महत्त्व का भी आयोजन है। लाखों लोग इस अवसर का लाभ उठाने के लिए दूर-दूर से गोरखपुर आते हैं। इस मेला के सफल आयोजन से शहर के व्यापारिक गतिविधियों में भी वृद्धि होती है और पर्यटन को बढ़ावा मिलता है।