अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल 2025 से अमेरिका में आयातित ऑटोमोबाइल पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिससे भारतीय ऑटोमोबाइल कंपनियों पर बड़ा असर पड़ सकता है। खासतौर पर टाटा मोटर्स, जो ब्रिटिश लक्ज़री कार निर्माता जगुआर लैंड रोवर (JLR) की मालिक है, इस फैसले से प्रभावित हो सकती है। JLR अपने वाहनों का निर्यात मुख्य रूप से यूके और स्लोवाकिया में स्थित संयंत्रों से करती है, जबकि अमेरिका इसका प्रमुख बाजार है। टैरिफ की घोषणा के बाद, टाटा मोटर्स के शेयरों में लगभग 5% की गिरावट देखी गई, जो दो महीनों में सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट रही।

इसके अलावा, भारतीय ऑटो कंपोनेंट निर्माता कंपनियों जैसे सोना बीएलडब्ल्यू पर भी इस टैरिफ का असर पड़ सकता है, हालांकि इसके विस्तृत प्रभावों को लेकर अभी स्पष्टता नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले से भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग को व्यापक स्तर पर झटका लग सकता है, जिससे निर्यात और राजस्व पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

गौरतलब है कि मेक्सिको और कनाडा से आयातित वाहनों को एक महीने की छूट दी गई है, जिससे अमेरिकी वाहन निर्माताओं और उन विदेशी कंपनियों को फायदा होगा, जो USMCA (यूएस-मेक्सिको-कनाडा एग्रीमेंट) के नियमों का पालन कर रही हैं।

अमेरिका इस टैरिफ के जरिए अपने घरेलू ऑटो उद्योग को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन भारतीय ऑटो कंपनियों के लिए यह चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है, खासकर उन कंपनियों के लिए जो अमेरिकी बाजार पर निर्भर हैं।