
Patna: भारत सरकार ने भाजपा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी द्वारा बिहार के विपक्षी नेता तेजस्वी यादव की विवादित टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने पटना के एक रैली में तेजस्वी के “वक्फ़ अधिनियम को कूड़ेदान में फेंक देंगे” वाले बयानों पर आपत्ति जताई, जिसे भाजपा ने विधायी और न्यायिक संस्थाओं की अवमानना माना है ।
त्रिवेदी ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि तेजस्वी यादव की इस टिप्पणी से स्पष्ट होता है कि बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष संसद या न्यायपालिका का सम्मान नहीं करते । उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे बयान संविधान और बाबा साहब अंबेडकर द्वारा बनाए गए कानूनों को अपमानित करने की प्रवृत्ति को दर्शाते हैं।
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या तेजस्वी यादव और उनका गठबंधन—जिसमें RJD और SP शामिल हैं—‘समाजवाद’ का असली चेहरा हैं, या ये ‘नमाज़वाद’ को बढ़ावा दे रहे हैं? भाजपा इस तरह की पूर्वाग्रहपूर्ण विचारधाराओं को लेकर सख्त रुख अपनाए हुए है ।
त्रिवेदी ने स्पष्ट कहा कि भाजपा-एनडीए का मानना है कि कोई भी संसद द्वारा पारित कानून—विशेषकर वक्फ़ अधिनियम—को कूड़ेदान में नहीं फेंका जाएगा। उन्होंने दिली आह्वान किया कि तेजस्वी की इस टिप्पणी को एक पूर्णतया अस्वीकार्य और विभाजनकारी विचार के रूप में देखा जाना चाहिए ।