
रतलाम: रतलाम (मध्यप्रदेश) में मुख्यमंत्री मोहन यादव के काफिले के साथ एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिसने सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक निगरानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री के काफिले की 19 इनोवा गाड़ियों में रतलाम के ढोसी गांव स्थित एक भारत पेट्रोल पंप से डीजल भरवाया गया था। लेकिन कुछ ही दूरी तय करने के बाद सभी गाड़ियाँ एक-एक कर रुकने लगीं। जांच करने पर सामने आया कि टैंकों में डीजल की जगह पानी मिला हुआ ईंधन था। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि डीजल में लगभग 50 फीसदी तक पानी मिला था। घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पेट्रोल पंप को सील कर दिया है और फ्यूल के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं।
यह घटना केवल मुख्यमंत्री के काफिले तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे आम जनता के ईंधन की गुणवत्ता पर भी सवाल उठते हैं। यदि वीआईपी सुरक्षा में लगी गाड़ियों को भी मिलावटी डीजल मिल सकता है, तो आम नागरिकों की स्थिति का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। हालांकि मुख्यमंत्री की यात्रा अन्य वाहनों के जरिए जारी रही, लेकिन यह मामला प्रशासनिक चूक और संभावित साजिश दोनों की जांच की माँग करता है। अब यह देखना होगा कि जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई होती है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।