नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुलकर सराहना की। पुतिन ने कहा कि पीएम मोदी हमेशा अपने देश के हित को सबसे ऊपर रखते हैं। उन्होंने मोदी को दुनिया के सबसे बुद्धिमान नेताओं में से एक बताया।

सोची में वल्दाई डिस्कशन क्लब के पूर्ण सत्र में बोलते हुए पुतिन ने भारत और रूस के बीच दशकों पुरानी दोस्ती पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि लगभग 15 साल पहले दोनों देशों ने विशेष रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की थी और आज यह साझेदारी एक मजबूत रिश्ते का सबसे अच्छा उदाहरण है। पुतिन के अनुसार, भारत और रूस के लोग इस गहरे संबंध को कभी नहीं भूल सकते।

पुतिन का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब इस साल के अंत तक उनके भारत दौरे की संभावना जताई जा रही है। यात्रा से पहले रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के भी भारत आने और शिखर सम्मेलन की तैयारियों के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने की उम्मीद है।

अमेरिका के टैरिफ और वैश्विक दबाव के सवाल पर पुतिन ने कहा कि अगर भारत रूसी तेल की खरीद बंद करता है, तो उसे 9 से 10 अरब डॉलर तक का नुकसान उठाना पड़ सकता है। लेकिन उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री मोदी किसी भी विदेशी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे और भारत की गरिमा व रणनीतिक स्वायत्तता को हमेशा प्राथमिकता देंगे।

पुतिन ने यह भी कहा कि यह मुद्दा पूरी तरह आर्थिक है, इसमें कोई राजनीतिक पहलू नहीं है। अगर भारत रूसी ऊर्जा संसाधनों को छोड़ता है तो उसे भारी नुकसान होगा, और अगर नहीं छोड़ता तो प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा। दोनों ही स्थितियों में भारत को नुकसान होगा, लेकिन पीएम मोदी अपने देशहित को सर्वोपरि मानकर ही निर्णय लेंगे।