वृन्दावन: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पूरे देश में भक्ति और उल्लास का माहौल है। वृंदावन, मथुरा और द्वारका के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना और सजावट की गई है। वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में परंपरा के अनुसार रात 12 बजे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। दर्शन व्यवस्था के लिए प्रशासन ने सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के कड़े इंतज़ाम किए हैं। वहीं मथुरा जन्मभूमि मंदिर और द्वारकाधीश मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है।

देशभर के अन्य हिस्सों में भी जन्माष्टमी का उत्साह चरम पर है। नोएडा के इस्कॉन मंदिर में इस बार करीब पांच लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। सुरक्षा को देखते हुए सीसीटीवी कैमरे और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। मध्य प्रदेश के नीमच स्थित सांवरिया सेठ मंदिर और बिचला गोपाल मंदिर में भी भव्य तैयारियां हुई हैं। यहां रात 12 बजे जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा और श्रद्धालुओं को माखन-मिश्री व पंजरी का प्रसाद मिलेगा।

उत्तर प्रदेश के हर कोने में जन्माष्टमी पर बाजार सज गए हैं। भक्त भगवान कृष्ण की पोशाकें, बांसुरी और मोरपंख खरीद रहे हैं। माता-पिता अपने बच्चों को नन्हें कान्हा का रूप देने के लिए विशेष वस्त्र खरीद रहे हैं। शहर की गलियों में कान्हा की झांकी और सवारी देखने को मिल रही है। पुलिस ने भीड़ नियंत्रण के लिए रूट डायवर्जन लागू किया है।

भजन-कीर्तन, झांकियों और आधी रात जन्मोत्सव के साथ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी देशभर में श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है।