
Gurugram: गुरुग्राम का रियल एस्टेट बाजार बड़ा झटका झेलने को तैयार है। ज़िला प्रशासन ने सर्किल रेट (सरकारी रजिस्ट्री दरों) में भारी बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है, जिसमें रेजिडेंशियल इलाकों के लिए 7% से 77% और कृषि भूमि के लिए 145% तक की बढ़ोतरी हो सकती है। यह प्रस्ताव 31 जुलाई 2025 के बाद लागू हो सकता है, अगर हरियाणा सरकार की मंज़ूरी मिलती है। इसका उद्देश्य बाजार दरों और सरकारी दरों के बीच का अंतर खत्म करना है, लेकिन इससे गुरुग्राम जैसे महंगे शहर में प्रॉपर्टी खरीदना और महंगा हो जाएगा।
DLF अरालियास और द मोंगोलीआस जैसे प्रीमियम अपार्टमेंट्स की सर्किल रेट 10% बढ़ सकती है – ₹35,750 से बढ़कर ₹39,325 प्रति वर्ग फुट तक। DLF फेज I–V, सुशांत लोक और गोल्फ कोर्स रोड जैसे पॉश इलाकों में रेट बढ़ाने पर खास ज़ोर है। द्वारका एक्सप्रेसवे के किनारे नए सेक्टर्स में रेजिडेंशियल प्लॉट्स की दरें ₹40,000 से बढ़कर ₹65,000 प्रति वर्ग गज (62% बढ़ोतरी) हो सकती हैं। वहीं, बजघेड़ा जैसे क्षेत्रों में कृषि जमीन की कीमत ₹2 करोड़ से ₹5 करोड़ प्रति एकड़ तक (145% बढ़ोतरी) प्रस्तावित है, जिससे बिल्डरों और निवेशकों पर सीधा असर पड़ेगा।
रियल एस्टेट डेवलपर्स और एजेंट्स का कहना है कि इतनी ज्यादा बढ़ोतरी से मांग में गिरावट आ सकती है, खासकर तब जब बिक्री पहले से ही धीमी चल रही है। बढ़ी हुई लागत के कारण ग्राहक खरीद के फैसले टाल सकते हैं, जिससे नए प्रोजेक्ट्स की बिक्री प्रभावित होगी। हालांकि कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि यह पारदर्शिता लाएगा, ब्लैक मनी रोकेगा और दस्तावेज़ी लेनदेन को बढ़ावा देगा।
दिल्ली सीमा से सटे और द्वारका एक्सप्रेसवे के पास के इलाकों में जहां तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर और हाउसिंग डेवलपमेंट हो रहा है, वहां इसका असर और ज़्यादा महसूस होगा। निवेशकों और मौजूदा प्रॉपर्टी मालिकों के लिए इसका मतलब होगा कि रीसेल और किराए से मिलने वाला रिटर्न भी दोबारा आंका जाएगा।