Patna: बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर तनाव बढ़ गया है। 15 अक्टूबर 2025 तक, महागठबंधन में कांग्रेस, लेफ्ट पार्टियाँ और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के साथ सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय नहीं हो पाया है। राष्‍ट्रीय जनता दल (राजद) ने कुछ सहयोगियों को मिलने वाली सीटों पर आपसी सहमति नहीं बनाई है, जिससे आंतरिक तनाव और विपक्षी पार्टियों की आलोचना बढ़ गई है।

कांग्रेस ने अपने 10 से अधिक उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है, जिससे संकेत मिलता है कि अगर जल्द समझौता नहीं हुआ तो पार्टी स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने को तैयार है। इसी तरह, वीआईपी ने कम से कम 24 सीटें मांगी हैं जबकि राजद ने लगभग 15 सीटें देने की पेशकश की है, जिससे गतिरोध पैदा हो गया है। इसके अलावा, राजद के नेता लालू प्रसाद यादव ने कुछ उम्मीदवारों को पार्टी टिकट बांटना शुरू कर दिया है, जिससे गठबंधन के भीतर मतभेद और बढ़ गए हैं।

वहीं, एनडीए में भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) ने अपनी सीट बंटवारे की प्रक्रिया तेजी से पूरी कर ली है। भाजपा और जदयू 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि छोटे सहयोगी जैसे लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), राष्ट्रीय लोक मोर्चा और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को शेष सीटें दी गई हैं। एनडीए ने अपनी पूरी उम्मीदवार सूची जारी कर दी है, जिससे महागठबंधन पर दबाव बढ़ गया है कि वह भी शीघ्र सीट बंटवारा तय करे। नामांकन भरने की अंतिम तिथि नजदीक आने के कारण महागठबंधन को अब अपनी रणनीति स्पष्ट करनी और एकजुट मोर्चा पेश करने की आवश्यकता है।