Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव अब जोरों पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत सभी दलों के बड़े नेता प्रचार में पूरी ताकत झोंक रहे हैं। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने मुजफ्फरपुर की जनसभा में कांग्रेस और आरजेडी पर जमकर निशाना साधा। वहीं गृह मंत्री अमित शाह आज एनडीए का साझा घोषणा पत्र (मेनिफेस्टो) जारी करेंगे।

आरजेडी-कांग्रेस की पहचान पाँच चीजों से है – मोदी

मुजफ्फरपुर की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आरजेडी और कांग्रेस कभी भी बिहार को विकसित नहीं बना सकते। उन्होंने कहा कि इन पार्टियों ने वर्षों तक बिहार पर शासन किया, लेकिन जनता को केवल विश्वासघात दिया।
पीएम मोदी ने कहा-

“आरजेडी-कांग्रेस की पहचान पाँच शब्दों में है — कट्टा, क्रूरता, कटुता, कुशासन और करप्शन।”
उन्होंने जनता से सवाल किया कि क्या ऐसे दलों को फिर मौका दिया जा सकता है, जिन्होंने बिहार को पीछे धकेल दिया?

छठ मैया का अपमान नहीं सहेगा बिहार – पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में आरजेडी-कांग्रेस पर छठ महापर्व का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा-

“क्या कोई चुनाव में वोट पाने के लिए छठी मैया का अपमान कर सकता है? क्या बिहार की माताएं और बहनें इसे सहन करेंगी?”

पीएम मोदी ने कहा कि छठ महापर्व आस्था, समर्पण और संस्कार का प्रतीक है। “जो माताएं निर्जला व्रत रखती हैं, जो गंगा जी में खड़ी होकर सूर्य देव को अर्घ्य देती हैं – उनके विश्वास का अपमान किया गया है। यह बिहार का नहीं, पूरे भारत का अपमान है।”

उन्होंने कहा कि “बिहार के लोग इस अपमान को सैकड़ों साल तक नहीं भूलेंगे। हमारा बिहार स्वाभिमान की धरती है, जो छठ मैया की पूजा को गाली देने वालों को कभी माफ नहीं करेगा।”

छठ पूजा है समरसता और आस्था का प्रतीक

प्रधानमंत्री ने कहा कि छठ महापर्व के बाद यह उनकी पहली जनसभा है। उन्होंने कहा-

“छठ महापर्व बिहार और देश का गौरव है। छठी मैया की पूजा में मां की भक्ति, समता, ममता और सामाजिक समरसता का भाव है। यह हमारी साझा संस्कृति और विरासत का उत्सव है।” भारत सरकार का प्रयास है कि “दुनिया भी छठ महापर्व के इन मूल्यों से सीखे।”

मुजफ्फरपुर की लीची जितनी मीठी, उतनी मीठी यहां की बोली

रैली के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-

“मुजफ्फरपुर की लीची जितनी मीठी होती है, उतनी ही मीठी यहां की बोली भी है। मैं देख सकता हूं कि यहां बड़ी संख्या में युवा और महिलाएं जुटी हैं। फिर एक बार फिर एनडीए सरकार।”

वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज एनडीए गठबंधन का साझा घोषणा पत्र जारी करने वाले हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस घोषणा पत्र में विकास, रोजगार, महिला सुरक्षा और किसानों के कल्याण से जुड़े बड़े वादे किए जा सकते हैं।

बिहार में चुनावी माहौल अब चरम पर है और हर दल मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए पूरी ताकत झोंक रहा है।