IPL2025: आईपीएल 2025 के चौथे मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स ने एक विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की, जिसमें आशुतोष शर्मा की विस्फोटक बल्लेबाजी ने अहम भूमिका निभाई। विशाखापत्तनम में खेले गए इस मैच में लखनऊ सुपरजायंट्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 209/8 का मजबूत स्कोर खड़ा किया। जवाब में दिल्ली ने आखिरी ओवर में तीन गेंद शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया।

दिल्ली के इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए आशुतोष शर्मा ने केवल 31 गेंदों में नाबाद 66 रन ठोक दिए। उनकी पारी में पांच चौके और पांच छक्के शामिल थे। पंजाब किंग्स के पूर्व खिलाड़ी आशुतोष ने यह साबित कर दिया कि वे सिर्फ एक सीजन के खिलाड़ी नहीं हैं। उन्हें विपराज निगम का अच्छा साथ मिला, जिन्होंने 15 गेंदों में 39 रन की तेजतर्रार पारी खेली, जिसमें पांच चौके और दो छक्के शामिल थे।

आशुतोष की 66 रन की पारी आईपीएल इतिहास में सफल रन-चेज के दौरान सातवें या उससे निचले क्रम में किसी भारतीय बल्लेबाज का सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। इससे पहले यह रिकॉर्ड यूसुफ पठान के नाम था, जिन्होंने 2009 में सेंचुरियन में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के खिलाफ 62 रन बनाए थे। आशुतोष और यूसुफ ही ऐसे दो भारतीय बल्लेबाज हैं, जिन्होंने सातवें या निचले क्रम पर आकर अर्धशतक जड़ा और अपनी टीम को जीत दिलाई।

इसके अलावा, पांच विकेट गिरने के बाद सफल रन-चेज में भी आशुतोष की पारी दूसरे स्थान पर रही। इस मामले में शीर्ष स्थान पर ड्वेन ब्रावो हैं, जिन्होंने 2018 में मुंबई इंडियंस के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में 68 रन बनाए थे और चेन्नई सुपरकिंग्स को एक विकेट से जीत दिलाई थी।

दिल्ली कैपिटल्स की इस ऐतिहासिक जीत में सातवें या निचले क्रम के बल्लेबाजों ने कुल 113 रन बनाए, जो आईपीएल में पहली बार हुआ जब किसी टीम ने पांच विकेट गंवाने के बाद 100 से अधिक रन जोड़कर मैच जीता। इसके अलावा, दिल्ली आईपीएल इतिहास में पहली टीम बन गई, जिसने तीसरा विकेट गंवाने के बावजूद 200+ रन के लक्ष्य का सफल पीछा किया। इससे पहले, यह रिकॉर्ड लखनऊ सुपरजायंट्स के नाम था, जिन्होंने 2023 में आरसीबी के खिलाफ 190 रन बनाए थे।

आईपीएल के इतिहास में यह केवल दूसरा मौका था जब किसी टीम ने 200+ रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक विकेट से जीत दर्ज की। इससे पहले, 2023 में लखनऊ सुपरजायंट्स ने आरसीबी के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी। टी20 क्रिकेट में ऐसा केवल एक बार हुआ है जब किसी टीम ने 200+ रन का लक्ष्य एक विकेट शेष रहते हासिल किया हो—2006 में लाहौर लायंस ने डॉल्फिंस के खिलाफ 202 रन का पीछा किया था।