राजग नेताओं ने बिहार, असम, बंगाल, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी के आगामी विधानसभा चुनावों में विपक्ष का सामना करने के लिए एकजुट होकर लड़ने की प्रतिबद्धता जताई है। दिल्ली में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के शपथ ग्रहण समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई राजग नेताओं की बैठक में एक मजबूत गठबंधन का भरोसा दिलाया गया। प्रधानमंत्री ने राजग के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों को देश के विकास और लोक कल्याण के लिए निरंतर काम करने की सलाह दी।

शपथ ग्रहण समारोह के दौरान महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से गर्मजोशी से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच टकराव की अटकलों को खारिज कर दिया। भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया सेल प्रमुख अनिल बलूनी के अनुसार, राजग नेताओं ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत पर प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी और आगामी विधानसभा चुनावों में भी एकजुट होकर मजबूती से लड़ने का संकल्प लिया। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और भाजपा सहित राजग के अन्य सहयोगी दलों के प्रमुख नेता मौजूद थे।

भाजपा महासचिव विनोद तावड़े के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि राजग की केंद्र और राज्य सरकारें विकसित भारत के निर्माण और गरीबों, महिलाओं और पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए निरंतर काम करती रहेंगी। उन्होंने सुशासन, विकास और लोक कल्याण के प्रति राजग की प्रतिबद्धता को दोहराया और कहा कि इसी कारण जनता बार-बार राजग पर विश्वास जताती रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद विपक्षी गठबंधन ‘आईएनडीआईए’ में मतभेद और अस्तित्व पर सवालों के बीच राजग की एकजुटता को अहम माना जा रहा है। लोकसभा चुनाव के बाद जहां ‘आईएनडीआईए’ की एक भी बैठक नहीं हुई, वहीं राजग के घटक दलों में समन्वय बनाए रखने के लिए लगातार बैठकें की जा रही हैं।

हाल ही में हरियाणा और महाराष्ट्र में हुए शपथ ग्रहण समारोहों में भी राजग के सहयोगी दलों के नेता एकजुट नजर आए थे। इसके अलावा, 25 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर हुई बैठक में राजग नेताओं ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में एकजुट होकर प्रचार करने का फैसला किया था। राजग की यह एकजुटता आगामी विधानसभा चुनावों में विपक्ष के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन के रूप में उभरने की तैयारी को दर्शाती है।