Raipur: दिल्ली की पत्रकारिता में एक ऐसा नाम है, जो उम्र के 90वें पड़ाव पर भी उतना ही ऊर्जावान और सक्रिय है, जितना कोई युवा रिपोर्टर- त्रिलोक दीप। हाल ही में भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC) के पूर्व महानिदेशक प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी ने उन्हें “90 साल का नौजवान” कहकर सम्मानित किया।

कहानी कुछ यूं है— प्रो. द्विवेदी छत्तीसगढ़ सरकार के जनसंपर्क अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए किसी ऐसे विशेषज्ञ की तलाश में थे, जिनका छत्तीसगढ़ से जुड़ाव भी हो। तलाश सीधे त्रिलोक दीप जी पर जाकर खत्म हुई। खास बात यह कि बिना किसी लंबे परिचय या औपचारिकता के, सिर्फ एक फोन कॉल पर उन्होंने हां कर दी।

ऊर्जा और याददाश्त का अनोखा मेल
त्रिलोक दीप जी से मिलने वालों का कहना है कि उनकी स्मरण शक्ति, बातों का अंदाज़ और नई पीढ़ी से जुड़ने का तरीका लाजवाब है। उन्होंने “दिनमान” और “संडे मेल” जैसी पत्रिकाओं में संपादक के रूप में काम किया है और पत्रकारिता को नई दिशा दी है।

हमेशा जुड़े रहते हैं युवाओं से
वे न सिर्फ किताबों और अनुभव का खजाना हैं, बल्कि सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं। व्हाट्सऐप और फेसबुक पर युवाओं की पोस्ट देखकर उन्हें प्रोत्साहित करना उनकी आदत है।

उम्र सिर्फ एक नंबर
90 साल की उम्र में भी उनका जोश, मुस्कान और सकारात्मक सोच यह साबित करती है कि असली उम्र दिल और दिमाग की होती है, शरीर की नहीं।