
भारत, रूस और चीन की तिकड़ी का प्रभाव अमेरिका पर किस कदर हावी हो सकता है, यह डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिक्रियाओं से साफ झलकता है। अभी इन तीनों देशों ने कोई औपचारिक गठबंधन भी नहीं किया है, लेकिन अमेरिका में खलबली मच गई है। ट्रंप लगातार अपनी नाराज़गी और डर का इज़हार धमकियों के ज़रिये कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने ब्रिक्स देशों को फिर से धमकाया, यह महज दस दिनों के भीतर दूसरी बार है जब उन्होंने इन देशों पर 100% टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है।
ब्रिक्स और नई करेंसी का मामला
डोनाल्ड ट्रंप उस खबर से चिंतित हैं जिसमें कहा गया है कि ब्रिक्स देश अपनी साझा करेंसी पर विचार कर रहे हैं। यह डॉलर के वर्चस्व को चुनौती देने की दिशा में बड़ा कदम हो सकता है। हालांकि इस खबर की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन ट्रंप पहले से ही खौफज़दा नज़र आ रहे हैं।
ब्रिक्स में कौन-कौन देश?
ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, इंडोनेशिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं।
ट्रंप की कड़ी चेतावनी
डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी बयानबाज़ी में कहा,
“ब्रिक्स देशों को यह सोचना बंद करना होगा कि वे अमेरिकी डॉलर से दूरी बना सकते हैं और हम बस देखते रहेंगे। ऐसा नहीं होगा। उन्हें स्पष्ट रूप से वादा करना होगा कि न तो वे कोई नई करेंसी बनाएंगे और न ही अमेरिकी डॉलर की जगह किसी और करेंसी को समर्थन देंगे। यदि उन्होंने ऐसा किया तो उन्हें 100% टैरिफ का सामना करना पड़ेगा और अमेरिकी बाज़ार में अपने उत्पाद बेचने का सपना भूल जाना होगा। अमेरिका को अलविदा कहने के लिए तैयार रहें।”
पुरानी धमकियां
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने इस तरह की धमकी दी है। 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद उन्होंने इसी चेतावनी को दोहराया था। इससे पहले दिसंबर में भी उन्होंने कहा था कि यदि ब्रिक्स देश डॉलर को कमजोर करने के लिए नई करेंसी लाते हैं तो अमेरिका 100% टैरिफ लगाएगा। उन्होंने स्पेन का ज़िक्र करते हुए उसे भी अपने निशाने पर लिया था।
डोनाल्ड ट्रंप की ये प्रतिक्रियाएं स्पष्ट रूप से उनकी चिंता और अमेरिका की डॉलर पर निर्भरता को लेकर उनकी असुरक्षा को दर्शाती हैं।