
उत्तर प्रदेश में हुए उपचुनावों में कुल 9 सीटों पर मतदान हुआ था, जिनमें प्रयागराज की फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां, खैर, मीरापुर, सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुंदरकी सीटें शामिल थीं। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 9 में से 7 सीटों पर जीत दर्ज की। खास तौर पर कुंदरकी और कटेहरी सीटों पर भाजपा ने ऐतिहासिक जीत हासिल की, जो राज्य के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण घटनाएं मानी जा रही हैं।
भाजपा के इस प्रदर्शन के पीछे पार्टी की सकारात्मक नीतियों और नेतृत्व का असर दिखता है, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का योगदान महत्वपूर्ण रहा है। इस जीत से भाजपा का दबदबा और मजबूत हुआ है, और यह संदेश भी गया है कि राज्य की जनता ने विकास और सुशासन के पक्ष में मतदान किया है।
उत्तर प्रदेश में हुए उपचुनावों में भाजपा-एनडीए को मिली ऐतिहासिक विजय के अवसर पर योगी आदित्यनाथ शनिवार को लखनऊ में आयोजित ‘विजयोत्सव’ कार्यक्रम में सम्मिलित हुये। तथा सभी समर्पित पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का हृदय से अभिनंदन करते हुये विजयी प्रत्याशियों को बधाई दी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपचुनाव में मिली जीत के बाद कहा कि इस चुनाव के जरिए जनता ने समाजवादी पार्टी (सपा) और इंडिया गठबंधन के झूठ और लूट के अंत का संदेश दिया है। शनिवार को भाजपा कार्यालय में आयोजित विजय उत्सव को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “जनादेश स्पष्ट रूप से यह दर्शाता है कि देश विकास और विरासत को एक साथ लेकर चलेगा, न कि झूठ और लूट की नीतियों के साथ।” उन्होंने यह भी कहा कि उपचुनावों में भाजपा गठबंधन ने 52 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं, जो पार्टी के लिए एक बड़ी जीत है।
योगी ने यूपी और महाराष्ट्र दोनों में भाजपा की जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया, और कहा कि इन परिणामों ने यह साबित किया है कि मोदी जी के नेतृत्व में लोग विश्वास रखते हैं। उन्होंने महाराष्ट्र में भाजपा के गठबंधन को मिली ऐतिहासिक जीत पर भी खुशी जाहिर की, जहां शिवसेना (शिंदे गुट) ने विपक्ष के मुकाबले ज्यादा सीटें जीतीं।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने “नकारात्मक राजनीति” को पूरी तरह खारिज कर दिया है, और भाजपा कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत का यह परिणाम है। “एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे” और “बंटेंगे तो कटेंगे” जैसे नारे भी उन्होंने दोहराए, जो पार्टी की एकता और कार्यकर्ताओं के समर्पण को दर्शाते हैं।
उत्तर प्रदेश उपचुनाव के परिणाम के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी एक्स पर ट्वीट के माध्यम से अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं।
उत्तर प्रदेश उपचुनाव में जनता ने भाजपा और समाजवादी पार्टी (सपा) की नीतियों को ध्यान में रखकर मतदान किया। भाजपा ने विकास, सुशासन, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को अपनी प्रमुख रणनीति बनाया, जबकि सपा ने महंगाई, बेरोजगारी, और समाज के पिछड़े वर्गों के मुद्दों को प्रमुखता दी।
जनता ने इन उपचुनावों के जरिए यह स्पष्ट संदेश दिया कि वे उन नीतियों को प्राथमिकता देते हैं, जो विकास और स्थिरता पर आधारित हैं।