
ब्रिक्स में दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश इंडोनेशिया को शामिल कर लिया गया है। ब्राजील के विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की। इंडोनेशिया की एंट्री के बाद अब यह समूह 11 सदस्यीय हो गया है। इसके पहले 2024 में मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को ब्रिक्स का हिस्सा बनाया गया था।
2009 में ब्राजील, रूस, भारत और चीन के साथ स्थापित ब्रिक्स का विस्तार लगातार हो रहा है। इंडोनेशिया को इस समूह में शामिल करने के फैसले को 2023 में जोहान्सबर्ग समिट में मंजूरी मिली थी। ब्राजील के विदेश मंत्रालय ने इसे दक्षिण पूर्व एशिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और आबादी वाले देश के रूप में महत्वपूर्ण कदम बताया, जो वैश्विक संस्थानों में सुधार का समर्थन करेगा।
ब्रिक्स की अध्यक्षता इस साल ब्राजील कर रहा है और जुलाई में रियो डी जेनेरियो में इसका सम्मेलन होगा। इस बार का थीम “ग्लोबल साउथ” रखा गया है। इसमें सदस्य देशों के बीच व्यापार को सुगम बनाने के लिए पेमेंट गेटवे के विकास और गैर-डॉलर लेनदेन पर चर्चा होगी।
इंडोनेशिया की एंट्री के बाद पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ गई है। पाकिस्तान लंबे समय से ब्रिक्स में शामिल होने की कोशिश कर रहा है और इसके लिए कई बार चीन की मदद भी मांग चुका है। लेकिन उसकी दाल अब तक नहीं गल पाई है।
ब्रिक्स की लोकप्रियता और सदस्यता में बढ़ोतरी के बावजूद पाकिस्तान की सदस्यता का सपना अधूरा है। 2009 से शुरू हुए इस संगठन में अब तक उसे जगह नहीं मिल सकी है। इंडोनेशिया का शामिल होना इस बात का संकेत है कि ब्रिक्स अपने विस्तार में सामरिक और आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण देशों को प्राथमिकता दे रहा है।