नई दिल्ली: आज, 5 जून 2025 को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। इस वर्ष की थीम है “प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करें,” जो संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) के #BeatPlasticPollution अभियान का हिस्सा है। यह दिन हमें पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारी याद दिलाता है और प्लास्टिक के अत्यधिक उपयोग को कम करने की प्रेरणा देता है। विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत 1972 में हुई थी और तब से यह हर साल नई थीम और मेजबान देश के साथ मनाया जाता है ताकि लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़े।

इस बार भारत में इस दिन को विशेष महत्व मिला है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में 200 नई इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर राजधानी के बढ़ते वायु प्रदूषण से लड़ने की दिशा में बड़ा कदम उठायेंगे। साथ ही, भारत ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ नामक अनूठी पहल भी शुरू की है, जिसमें लोग अपनी माताओं के सम्मान में पेड़ लगाते हैं। इस साल पीएम मोदी इस पहल के तहत अरावली ग्रीन वॉल परियोजना का हिस्सा बनते हुए बरगद का पौधा लगाएंगे। यह परियोजना अरावली पर्वतमाला के 700 किलोमीटर क्षेत्र को हरित बनाने, जैव विविधता बहाल करने और जलवायु लचीलापन बढ़ाने का काम करेगी।

परियोजना से स्थानीय समुदायों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। पर्यावरण विशेषज्ञों का मानना है कि प्रदूषण एक व्यापक समस्या है, जिसका समाधान सरकार, उद्योग और आम जनता के सहयोग से ही संभव है। वे प्लास्टिक के उपयोग को कम करने, वृक्षारोपण बढ़ाने, ऊर्जा बचाने और साफ-सफाई बनाए रखने जैसे उपायों पर जोर देते हैं। इस विश्व पर्यावरण दिवस पर हम सबका यह कर्तव्य है कि हम पर्यावरण की सुरक्षा के लिए प्रयास करें और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और हरा-भरा भारत छोड़ें।