
फिल्म समीक्षा: सैयारा—एक ऐसा नाम जो आज दर्शकों के दिलों में बस गया है। एक तारा जो ना केवल परदे पर चमका, बल्कि लोगों की जिंदगियों को भी अपनी रोशनी से छू गया। नवोदित कलाकार अहान पांडे और अनीत पड्डा की प्रेम कहानी वाली फिल्म ‘सैयारा’ ने सौ करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर बड़े फिल्मकारों को चौंका दिया है।
फिल्म के सिनेमाघरों में पहुंचने के बाद से ही दर्शकों की भावनात्मक प्रतिक्रियाएं वायरल हो रही हैं—कोई अस्पताल की ड्रिप लगाकर फिल्म देखने पहुंचा तो कोई हॉल में ही फूट-फूटकर रोया। इसकी लहर का असर इतना गहरा था कि अजय देवगन को अपनी फिल्म ‘सन ऑफ सरदार 2’ की रिलीज़ आगे बढ़ानी पड़ी।
कमाई और रणनीति की कहानी
पहले दिन 22 करोड़ की ओपनिंग और सोमवार को भी 24.25 करोड़ की कमाई ने सबको चौंकाया। राजस्थान के डिस्ट्रीब्यूटर राज बंसल मानते हैं कि यशराज फिल्म्स की रणनीति थी कि फिल्म को लो-प्रोफाइल रखा जाए। नई स्टारकास्ट के चलते ज्यादा उम्मीदें न जगाकर धीरे-धीरे दर्शकों की दिलचस्पी बढ़ाई गई।
प्रमोशन नहीं, हाइप बना सोशल मीडिया ने
फिल्म की टीम ने पारंपरिक प्रमोशन नहीं किया—न शहर घूमे, न इंटरव्यू दिए। बस इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर गानों की रील और हैशटैग ‘#सैयारा18जुलाई’ ने माहौल बना दिया। प्रमोशन की जगह सच्चाई, संगीत और ताजगी ने काम किया।
निर्देशक मोहित सूरी का जादू
मोहित सूरी, जिनकी पहचान ‘आशिकी 2’ जैसी रोमांटिक फिल्मों से है, एक बार फिर दर्शकों की नब्ज पकड़ने में सफल रहे। सैयारा की प्रेम कहानी में संगीत, दर्द और अंत में उम्मीद है। फिल्म जहां रॉकस्टार या आशिकी जैसी फिल्मों की याद दिलाती है, वहीं इसका सुखद अंत दर्शकों को संतोष भी देता है।
‘सैयारा’ ने साबित कर दिया है कि बड़ी स्टारकास्ट नहीं, बल्कि सच्ची कहानी, सही संगीत और भावनाओं की सादगी भी सौ करोड़ की गारंटी बन सकती है।