त्रिनिदाद और टोबैगो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की त्रिनिदाद और टोबैगो यात्रा ऐतिहासिक रही, जहां उनका भव्य स्वागत पारंपरिक भोजपुरी ‘चौताल’ प्रस्तुति से किया गया। यह यात्रा 1999 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली आधिकारिक यात्रा है। मोदी का स्वागत वहां के भारतीय मूल के समुदाय ने बड़े उत्साह और सांस्कृतिक अपनत्व के साथ किया, जो त्रिनिदाद और टोबैगो की कुल जनसंख्या का लगभग 40% हिस्सा हैं।

प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच ऊर्जा, स्वास्थ्य, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और सांस्कृतिक सहयोग को मजबूत करने की दिशा में सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित किया, जिसमें लोकतंत्र, साझा विरासत और भारत-त्रिनिदाद संबंधों की गहराई पर प्रकाश डाला। वहीं, देश के कुछ वर्गों जैसे सबसे बड़े मुस्लिम संगठन ASJA ने पीएम मोदी की पिछली नीतियों को लेकर विरोध भी जताया। इसके बावजूद, यह यात्रा भारत और कैरिबियाई क्षेत्र के साथ रिश्तों को नई रणनीतिक दिशा देने वाली मानी जा रही है।