New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जुलाई से 9 जुलाई तक पांच देशों की यात्रा पर रवाना हो गए हैं, जो हाल के वर्षों में उनकी सबसे लंबी विदेश यात्रा मानी जा रही है। इस दौरे की शुरुआत घाना से होगी (2-3 जुलाई), जहां वह किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की तीन दशकों में पहली द्विपक्षीय यात्रा करेंगे। यहां ऊर्जा, रक्षा, वैक्सीन सहयोग और डिजिटल क्षेत्र में साझेदारी पर बातचीत होगी।

इसके बाद पीएम मोदी त्रिनिडाड और टोबैगो (3-4 जुलाई) जाएंगे, जहां 1999 के बाद यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। वह वहां संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे और ऐतिहासिक व सांस्कृतिक संबंधों को और प्रगाढ़ करेंगे। फिर वह अर्जेंटीना (4-5 जुलाई) पहुंचेंगे, जहां राष्ट्रपति जेवियर मिलेई के साथ रक्षा, कृषि, खनन, ऊर्जा और व्यापार जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे।

इसके बाद पीएम मोदी ब्राजील (5-8 जुलाई) में 17वें ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेंगे, जहां वह बहुपक्षीय सहयोग को मजबूती देंगे। उनकी अंतिम यात्रा नामीबिया (9 जुलाई) की होगी, जो 1998 के बाद पहली उच्चस्तरीय यात्रा है। यहां वह नामीबिया के पहले राष्ट्रपति सैम नुजोमा को श्रद्धांजलि देंगे और संसद को भी संबोधित करेंगे।

यह यात्रा भारत के ‘ग्लोबल साउथ’ देशों के साथ संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।