New Delhi: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य जल्द शुरू होने वाला है, जिससे यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं मिलने की उम्मीद है। पहले चरण में पहाड़गंज की ओर मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (MMTH) बनाया जाएगा और प्लेटफॉर्म नंबर 1 से 9 तक का पुनर्निर्माण किया जाएगा। इस कार्य के चलते स्टेशन से ट्रेन संचालन प्रभावित होगा। दिल्ली मंडल की रिपोर्ट के अनुसार करीब 105 ट्रेनों को अन्य स्टेशनों से स्थानांतरित करना पड़ेगा, जो रेलवे प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है। अधिकारियों के अनुसार निर्माण से पहले मिट्टी की जांच, रेल निवास, रेलवे क्लब और जेई कार्यालय को हटाने का सर्वे पूरा कर लिया गया है। साथ ही नाले के स्थानांतरण का कार्य भी चल रहा है। वन विभाग से वृक्षों की कटाई और स्थानांतरण की अनुमति जल्द मिलने की उम्मीद है।

फरवरी 2026 तक स्टेशन भवन का एक हिस्सा गिराया जाएगा, और इसके बाद प्लेटफॉर्म 1 से 5 और फिर 6 से 9 तक का पुनर्निर्माण होगा। ट्रेनों को अन्य स्टेशनों पर शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिसमें पुरुषोत्तम एक्सप्रेस समेत छह ट्रेनों को पहले ही दूसरी जगह से चलाने की घोषणा की जा चुकी है। आने वाले समय में और ट्रेनों को लेकर निर्णय लिए जाएंगे। चूंकि पुरानी दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन और आनंद विहार पहले से व्यस्त हैं, इसलिए बिजवासन टर्मिनल के निर्माण को तेज किया जा रहा है। तुगलकाबाद और आदर्श नगर में भी दो-दो अतिरिक्त प्लेटफॉर्म, वाशिंग लाइन और स्टेबलिंग लाइन के साथ नए टर्मिनल विकसित किए जा रहे हैं। पूर्व दिशा की ट्रेनों को आनंद विहार या पुरानी दिल्ली, दक्षिण और पश्चिम की ट्रेनों को हजरत निजामुद्दीन या तुगलकाबाद और उत्तर दिशा की ट्रेनों को सराय रोहिल्ला या आदर्श नगर से चलाने पर विचार किया जा रहा है। शकूरबस्ती, दिल्ली छावनी और सफदरजंग जैसे छोटे स्टेशनों को भी विकल्प के रूप में उपयोग में लाया जाएगा। यह संपूर्ण योजना रेलवे के लिए एक बड़ा परिवर्तन साबित होगी, जिससे राजधानी के रेल नेटवर्क को नया रूप मिलेगा।

स्रोत: जागरण