लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के आठ वर्ष पूरे होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को एक पत्रकार वार्ता आयोजित की। इस अवसर पर उन्होंने सरकार की आठ वर्षों की उपलब्धियों पर आधारित एक पुस्तिका का विमोचन किया और ‘सेवा, सुरक्षा और सुशासन नीति’ पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री भी जारी की।

मुख्यमंत्री ने आम जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन आठ वर्षों में किसानों के उत्थान, बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने, पारंपरिक उद्यमिता को बढ़ावा देने और मातृशक्ति के स्वावलंबन के लिए अनेक कार्य किए गए हैं। इसके लिए जिला मुख्यालयों पर तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जहां जनता को सरकार की उपलब्धियों की जानकारी दी जाएगी।

प्रदेश की आर्थिक और कृषि प्रगति

सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश को ‘बीमारू’ राज्य कहा जाता था, लेकिन अब यह एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभर रहा है। पहले यूपी को विकास में बाधा माना जाता था, लेकिन अब यह देश के विकास का उदाहरण बन गया है।

उन्होंने बताया कि 2017 से पहले किसान आत्महत्या करने को मजबूर थे। किसानों की समृद्धि के लिए सरकार ने तकनीकी का उपयोग बढ़ाया, जिससे प्रदेश की जीडीपी में 28% की वृद्धि हुई है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत करोड़ों रुपये किसानों के खातों में सीधे भेजे गए।

प्रदेश में सिंचाई सुविधाओं को व्यापक स्तर पर सुधारते हुए कृषि विज्ञान केंद्रों और कृषि विश्वविद्यालयों की स्थापना की गई। इससे दलहनी, तिलहनी और अन्य फसलों के उत्पादन में वृद्धि हुई। पहले चीनी मिलें बंद होने की कगार पर थीं, लेकिन सरकार ने उन्हें पुनर्जीवित किया और छह नई मिलों की स्थापना की।

उद्योग और ऊर्जा क्षेत्र में सुधार

सीएम योगी ने बताया कि प्रदेश में अब 177 लाख लीटर एथेनॉल का उत्पादन हो रहा है। 14 लाख निजी नलकूपों को मुफ्त बिजली दी जा रही है। सरकार ने गेहूं और धान की खरीद में पहले से अधिक खर्च किया और किसानों को सीधा भुगतान किया।

कानून व्यवस्था में बड़ा बदलाव

2017 से पहले प्रदेश में न तो बेटियां सुरक्षित थीं, न ही व्यापारी। हर दूसरे-तीसरे दिन दंगे होते थे। लेकिन अब प्रदेश में कानून का राज स्थापित हो चुका है। हाल ही में संपन्न महाकुंभ इसका उदाहरण है, जहां इतने बड़े आयोजन के बावजूद एक भी अप्रिय घटना नहीं हुई।

पारदर्शी व्यवस्था के तहत सरकार ने एक लाख से अधिक पुलिस कर्मियों की भर्ती की, और हाल ही में 60 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती पूरी हुई। 2017 से पहले 10 जिलों में पुलिस लाइन नहीं थी, लेकिन अब निर्माण कार्य पूरा हो चुका है या प्रगति पर है। पीआरवी 112 के रिस्पांस टाइम में सुधार कर इसे 15 मिनट से घटाकर 7 मिनट किया गया है।

महिला सशक्तिकरण और शिक्षा में सुधार

यूपी में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई कदम उठाए गए। हाल ही में पुलिस भर्ती में 12 हजार से अधिक महिलाओं को शामिल किया गया। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत बेटियों को जन्म से स्नातक तक 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। प्रदेश में 4.76 लाख से अधिक सामूहिक विवाह संपन्न कराए गए हैं और एक करोड़ से अधिक महिलाओं को घरौनी प्रदान की गई है।

वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना के माध्यम से युवाओं को रोजगार से जोड़ा गया। 50 लाख युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन देकर उन्हें डिजिटल रूप से सक्षम बनाया गया। विश्वकर्मा श्रम शक्ति योजना के तहत युवाओं को प्रशिक्षण और टूल किट प्रदान किए जा रहे हैं।

सड़कों और आधारभूत ढांचे का विकास

पहले यूपी की पहचान गड्ढों वाली सड़कों से होती थी, लेकिन अब प्रदेश में सबसे अधिक एक्सप्रेसवे मौजूद हैं। छह नए एक्सप्रेसवे बन चुके हैं और 11 और पर काम चल रहा है। यूपी के पास देश में सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है। हर जिला मुख्यालय को फोर लेन सड़कों से जोड़ा गया है और इंटरस्टेट कनेक्टिविटी को भी फोर लेन किया जा रहा है।

भाजपा सरकार की उपलब्धियों का जश्न

योगी सरकार के आठ साल पूरे होने पर भाजपा प्रदेशभर में उत्सव मना रही है। यह जश्न 14 अप्रैल तक चलेगा, जिसमें विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाया जाएगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह के नेतृत्व में ‘उत्तर प्रदेश का उत्कर्ष – भाजपा सरकार के 8 वर्ष’ अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत जिला स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।