पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान समाप्त होते ही सामने आए एग्जिट पोलों ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। शुरुआती सर्वेक्षणों के अनुसार, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को स्पष्ट बढ़त मिलती दिख रही है। अलग-अलग एजेंसियों के अनुमानों के अनुसार, एनडीए को 140 से 160 सीटें मिलने का अनुमान है, जो बहुमत के लिए जरूरी 122 सीटों से काफी अधिक है। वहीं, विपक्षी महागठबंधन को 70 से 100 सीटों के बीच सीमित रहने की संभावना जताई गई है।

एग्जिट पोलों में सबसे दिलचस्प पहलू यह रहा कि एनडीए को मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र में अप्रत्याशित समर्थन मिलता दिखा है। यह वह इलाका है जहाँ परंपरागत रूप से विपक्षी दलों का दबदबा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि सीमांचल में बढ़ी मतदान दर और स्थानीय मुद्दों ने इस बार राजनीतिक समीकरणों को बदल दिया है।

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस चुनाव में जातीय और धार्मिक समीकरणों से हटकर विकास और रोजगार जैसे मुद्दे अधिक प्रभावी रहे। कई सर्वेक्षणों के अनुसार, महिला मतदाताओं की भागीदारी भी उल्लेखनीय रही, जिससे एनडीए को अतिरिक्त लाभ मिलने का अनुमान है।

हालांकि, ये सारे परिणाम केवल एग्जिट पोल के अनुमान हैं, वास्तविक स्थिति का पता मतगणना के बाद ही चलेगा। इसके बावजूद, इन नतीजों ने बिहार की राजनीति में उत्सुकता और सरगर्मी दोनों को बढ़ा दिया है।