Patna: बिहार की राजनीति में आज एक ऐतिहासिक दिन रहा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी मैदान, पटना में दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। यह बिहार में किसी भी मुख्यमंत्री द्वारा अब तक का सबसे लंबा कार्यकाल माना जा रहा है। शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय और राज्य स्तर के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की उपस्थिति भी प्रमुख रही।

इस अवसर पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने सरकार में दो उपमुख्यमंत्री पद भाजपा को सौंपे। भाजपा के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा को यह जिम्मेदारी मिली, जिससे गठबंधन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका की पुष्टि हुई।

नई कैबिनेट में कुल 26 मंत्री शामिल किए गए हैं। मंत्रियों के चयन में सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन पर विशेष ध्यान रखा गया है। मंत्रियों को जल्द ही उनके विभाग सौंपे जाएंगे और सरकार का कामकाज नई मंत्रिपरिषद के नेतृत्व में शुरू हो जाएगा।

एनडीए सूत्रों के अनुसार, मंत्रिमंडल का गठन राज्य में स्थिर और विकासशील सरकार बनाए रखने के लिए किया गया है। इस नई सरकार का मुख्य फोकस शासन, विकास, रोजगार, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्रों में तेजी लाना होगा। साथ ही, भाजपा और जदयू के बीच संतुलन बनाए रखना भी प्राथमिकता में शामिल है।

शपथ ग्रहण के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार सभी वर्गों और क्षेत्रों के लिए समावेशी और विकासपरक नीतियों पर काम करेगी। बिहार की जनता की अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए यह मंत्रिमंडल राज्य में स्थिरता और विकास की दिशा में कदम बढ़ाएगा।