नई दिल्ली: दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला इलाके के पास हुए कार ब्लास्ट ने राजधानी में सनसनी फैला दी है। धमाके के तुरंत बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं और इलाके को घेरकर जांच शुरू कर दी। शुरुआती जांच में सामने आया है कि एक संदिग्ध कार धमाके से कुछ देर पहले पार्किंग एरिया में दाखिल हुई थी। अब पुलिस CCTV फुटेज और मोबाइल डंप डेटा के जरिए सुराग जुटाने में लगी है।

धमाके में 11 लोगों की मौत और कई घायल हुए थे, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। सुरक्षा एजेंसियों ने तत्काल इलाके को सील कर दिया और फोरेंसिक टीमों के साथ जांच शुरू कर दी।

पुलिस अब दरियागंज की ओर जाने वाले रास्तों और आसपास के 100 से अधिक CCTV कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। साथ ही, धमाके के समय आस-पास सक्रिय मोबाइल फोनों का डेटा भी खंगाला जा रहा है ताकि संदिग्धों के बीच हुई बातचीत और उनकी लोकेशन का पता चल सके।

जांच एजेंसियां सोशल मीडिया एक्टिविटी और कॉल रिकॉर्ड्स पर भी नज़र रख रही हैं। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि तकनीकी सबूतों के जरिए धमाके की प्लानिंग और इसके पीछे के नेटवर्क को जल्द उजागर किया जा सकता है।