
रूसी राष्ट्रपति बोले – बाहरी दबावों का भारत-रूस संबंधों पर कोई असर नहीं
नई दिल्ली: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए जल्द ही भारत दौरे की पुष्टि की है। क्रेमलिन द्वारा जारी बयान के अनुसार, दोनों नेताओं के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान यह तय हुआ कि रूस और भारत के आपसी संबंध बाहरी प्रभावों से प्रभावित नहीं होते। राष्ट्रपति पुतिन ने स्पष्ट किया कि वैश्विक दबावों का भारत-रूस साझेदारी पर कोई असर नहीं पड़ा है। यह दौरा खासतौर पर इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद पुतिन की पहली भारत यात्रा होगी।
गौरतलब है कि भारत और रूस के बीच रक्षा, ऊर्जा, व्यापार और रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न क्षेत्रों में लंबे समय से गहरे संबंध हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल जुलाई में मास्को का दौरा किया था, और दोनों नेताओं की मुलाकात कज़ान में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी हुई थी। अब राष्ट्रपति पुतिन की संभावित भारत यात्रा को इन द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। यात्रा की तारीखें जल्द ही तय की जाएंगी। भारत ने हमेशा रूस-यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की वकालत की है और प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस दिशा में भारत की भूमिका निभाने की इच्छा जताई है।