
माघी पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं का महास्नान संगम तट पर जारी है। घंटा-घड़ियाल और शंखनाद के बीच 44 घाटों पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। भक्तगण “हर-हर गंगे” और “हर-हर महादेव” के जयघोष के साथ त्रिवेणी संगम में स्नान कर रहे हैं। सरकारी अनुमान के अनुसार, इस वर्ष माघ पूर्णिमा पर 2.5 करोड़ श्रद्धालु स्नान करेंगे। अब तक सुबह 8 बजे तक 1.02 करोड़ से अधिक भक्त आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्नान पर्व के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को स्नान स्थल पर सभी जरूरी इंतजाम करने के साथ-साथ प्रशासन को अधिक सतर्क रहने का आदेश दिया है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। विशेष रूप से सुरक्षा व्यवस्था और यातायात प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिससे करोड़ों श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के स्नान कर सकें।
संगम तट पर श्रद्धालुओं की धार्मिक आस्था को नमन करते हुए हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों और श्रद्धालुओं को माघ पूर्णिमा स्नान पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “महाकुंभ-2025 के पावन अवसर पर त्रिवेणी संगम में स्नान करने पधारे पूज्य साधु-संतों, धर्माचार्यों, कल्पवासियों और श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन। माँ गंगा, माँ यमुना और माँ सरस्वती सभी के मनोरथ पूर्ण करें, यही मेरी कामना है।”
मेले की व्यवस्था को संभालने के लिए 15 जिलों के डीएम, 20 आईएएस और 85 पीसीएस अधिकारी तैनात किए गए हैं। स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह 4 बजे से वार रूम से मेले की निगरानी कर रहे हैं, जहां उनके साथ डीजी प्रशांत कुमार भी मौजूद हैं।
हालांकि मेला क्षेत्र में भीड़ बढ़ रही है, लेकिन स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। स्नान के बाद श्रद्धालु संगम तट से जल्दी लौट रहे हैं, जिससे जाम जैसी कोई समस्या उत्पन्न नहीं हो रही है। मंगलवार शाम 6:30 बजे से शुभ मुहूर्त शुरू हुआ था, जो आज शाम 6:30 बजे तक रहेगा। देश-विदेश से आए तीर्थयात्रियों का आना-जाना जारी है, जिससे घाटों पर भारी भीड़ बनी हुई है। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए हर स्तर पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।