नई दिल्ली: दिल्ली में रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर इतिहास रच दिया। रामलीला मैदान में हुए इस शपथ ग्रहण समारोह में एनडीए का शक्ति प्रदर्शन देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह समेत भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम भी उपस्थित रहे। रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनी हैं, जिन्होंने शालीमार बाग विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी की बंदना कुमारी को बड़े अंतर से हराया था।

मंत्रिमंडल का गठन:
रेखा गुप्ता के साथ 6 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इनमें प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंदर इंद्राज सिंह, कपिल मिश्रा और पंकज कुमार सिंह शामिल हैं। सबसे पहले रेखा गुप्ता को एलजी वीके सक्सेना ने शपथ दिलाई, उसके बाद अन्य मंत्रियों ने शपथ ली।

शपथ ग्रहण में विशेष उपस्थिति:
रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण के लिए तीन मंच बनाए गए थे। मुख्य मंच पर प्रधानमंत्री मोदी, एलजी वीके सक्सेना, एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य प्रमुख नेता मौजूद रहे। दूसरे मंच पर धर्मगुरु और विशिष्ट अतिथि थे, जबकि तीसरे मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।

भाजपा ने साधे राजनीतिक समीकरण:
भाजपा ने इस शपथ ग्रहण का इस्तेमाल दो बड़े राजनीतिक समीकरणों को साधने के लिए किया। पहला, प्रवेश वर्मा की नाराजगी को खत्म किया गया। मंच पर रेखा गुप्ता ने आदर के साथ प्रवेश वर्मा का अभिवादन किया और गले मिलकर मतभेद खत्म किए। दूसरा, महाराष्ट्र की राजनीति में जारी तनाव को भी दूर किया गया। देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार की मौजूदगी ने यह संदेश दिया कि भाजपा गठबंधन में सब ठीक है।

भाजपा के लिए ऐतिहासिक दिन:
यह भाजपा के लिए ऐतिहासिक दिन रहा क्योंकि 27 साल बाद पार्टी ने दिल्ली की सत्ता में वापसी की है। सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी के बाद रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनी हैं। शपथ ग्रहण समारोह के जरिए भाजपा ने अपनी एकजुटता और शक्ति का प्रदर्शन किया, साथ ही आगामी चुनावों के लिए सकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश की।