महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर महाविकास आघाड़ी (MVA) की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें मुंबई की प्रमुख सीटों पर चर्चा की गई। महाविकास आघाड़ी, जिसमें शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस शामिल हैं, चुनावी रणनीति बनाने के लिए लगातार बैठकें कर रही है। इस बैठक में प्रमुख नेता उद्धव ठाकरे, शरद पवार, और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने हिस्सा लिया।

बैठक का मुख्य उद्देश्य मुंबई की सीटों पर संभावित उम्मीदवारों का चयन और सीटों के बंटवारे पर चर्चा करना था। मुंबई की सीटें हमेशा से महाराष्ट्र की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही हैं, और इस बार भी इन सीटों पर आघाड़ी के बीच कड़ी रणनीति बन रही है।

सूत्रों के मुताबिक, मुंबई की 36 विधानसभा सीटों पर महाविकास आघाड़ी ने गठबंधन के तहत सीटों के बंटवारे पर गहन विचार-विमर्श किया। यह बैठक मुंबई के कई महत्वपूर्ण इलाकों पर केंद्रित रही, जहाँ आघाड़ी के गठबंधन का प्रभाव अधिक है। हालांकि, कुछ सीटों पर सीट बंटवारे को लेकर आंतरिक मतभेद भी सामने आए, लेकिन नेताओं ने इसे आपसी सहमति से हल करने का आश्वासन दिया।

शिवसेना (UBT) की नजर मुख्य रूप से अपने पुराने गढ़ों पर है, जबकि कांग्रेस और NCP भी अपनी पारंपरिक सीटों पर दावा कर रही हैं। बैठक में यह भी चर्चा हुई कि किस प्रकार भाजपा के खिलाफ मजबूत उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाए और किस तरह मुंबई की जनता का समर्थन प्राप्त किया जाए।

महाविकास आघाड़ी की रणनीति भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव लड़ने की है, ताकि वे पिछली बार की तरह इस बार भी भाजपा को चुनौती दे सकें। इसके अलावा, बैठक में यह भी तय किया गया कि गठबंधन के सभी दल एकजुटता के साथ अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगे और भाजपा की नीतियों के खिलाफ जनता के बीच जाएँगे।

आने वाले दिनों में महाविकास आघाड़ी अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है। बैठक में यह भी संकेत मिले हैं कि गठबंधन मुंबई की सीटों पर भाजपा को कड़ी टक्कर देने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने को तैयार है।

इस बैठक से यह साफ है कि महाविकास आघाड़ी ने मुंबई को अपने चुनावी अभियान का केंद्र बिंदु बना लिया है, और सभी दल चुनावी मैदान में पूरी तैयारी के साथ उतरने की कोशिश कर रहे हैं।