ट्रेन की छत, दरवाजे, या शौचालय में छिपकर सफर करने के मामलों के बारे में आपने सुना होगा, लेकिन गुरुवार को एक हैरान करने वाला वाकया सामने आया। एक युवक अपनी जान हथेली पर रखकर ट्रेन के नीचे छिपकर यात्रा करते हुए पकड़ा गया। जबलपुर स्टेशन पर रेलवे कर्मचारियों ने उसे बोगी के नीचे पहियों के पास छिपा हुआ देखा और बाहर निकाला।

युवक ने बताया कि टिकट खरीदने के पैसे नहीं थे, इसलिए उसने पुणे-दानापुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12149) के एस-4 कोच के नीचे पहियों के पास ट्रॉली जैसी जगह पर बैठकर इटारसी से जबलपुर तक करीब 250 किलोमीटर का सफर तय किया। जबलपुर स्टेशन के आउटर पर रेल कर्मियों ने रोलिंग परीक्षण के दौरान उसे देखा और तुरंत ट्रेन रुकवाई।

रेलवे के कैरिज एंड वैगन विभाग (एसीएंडडब्ल्यू) के कर्मचारियों ने जब पहियों की जांच की तो उन्होंने कोच के नीचे छिपे हुए व्यक्ति को देखा। वायरलेस से सूचना देने के बाद चालक ने ट्रेन को रोक दिया। हालांकि, ट्रेन रुकने के बावजूद युवक बाहर नहीं निकल रहा था। जब रेलकर्मियों ने कड़ी चेतावनी दी, तब जाकर उसे बाहर निकाला गया।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि युवक ने अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रेन की बोगी के नीचे यात्रा की। गनीमत रही कि इस खतरनाक सफर के दौरान कोई अनहोनी नहीं हुई। रेलवे प्रशासन ने युवक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।