
Gorakhpur: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ₹7,283 करोड़ की लागत से बने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का भव्य लोकार्पण किया। 91.352 किलोमीटर लंबे इस अत्याधुनिक एक्सप्रेसवे के चालू हो जाने से पूर्वांचल को विकास की नई रफ्तार मिल गई है। यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर को सीधे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ता है, जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और औद्योगिक गतिविधियों को बड़ा लाभ मिलेगा।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की शुरुआत गोरखपुर जिले के जगदीशपुर (कुशीनगर सीमा) से होकर आजमगढ़ जिले के Salarpur (पूर्वांचल एक्सप्रेसवे जंक्शन) तक होती है। इस फोर लेन (भविष्य में छह लेन तक विस्तारणीय) एक्सप्रेसवे के निर्माण में उच्च गुणवत्ता वाली कंक्रीट सड़क, सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम, आधुनिक इंटरचेंज, अंडरपास, पुल व रेन वाटर हार्वेस्टिंग जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
एक्सप्रेसवे के चालू हो जाने से गोरखपुर, देवरिया, मऊ और आजमगढ़ जैसे जिलों को सीधे लाभ मिलेगा। राजधानी लखनऊ से गोरखपुर की दूरी और सफर का समय काफी कम हो जाएगा। इसके अलावा, यह कॉरिडोर पूर्वांचल को लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी और पूर्वी बिहार से तेज़ और सुगम तरीके से जोड़ेगा।
इस परियोजना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई बार ज़ोर दिया है कि पूर्वांचल के लोगों को अब विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का समय आ गया है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे न केवल परिवहन और यातायात के लिहाज़ से अहम है, बल्कि यह निवेश और उद्योगों की दृष्टि से भी एक नया द्वार खोलेगा।
राज्य सरकार का दावा है कि इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से आसपास के इलाकों में लॉजिस्टिक्स हब, वेयरहाउसिंग और छोटे-बड़े उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
इस लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्रीगण, जनप्रतिनिधि, और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक भी शामिल हुये। यह कार्यक्रम पूर्वांचल की बदलती तस्वीर का प्रतीक बनेगा।