नई दिल्ली: WTC Final 2025 में दक्षिण अफ्रीका ने वो कर दिखाया जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी। 27 साल बाद ICC ट्रॉफी जीतकर उन्होंने इतिहास रच दिया। कप्तान टेम्बा बवूमा दर्द में होने के बावजूद मैदान पर डटे रहे और टीम को लीड किया, वो भी दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाजों के सामने। उनकी यह नेतृत्व शैली भारत के नए कप्तान शुभमन गिल के लिए एक सीख बन सकती है। यहां जानते हैं वो 5 सबक, जो गिल को बवूमा से लेकर इंग्लैंड में ऐतिहासिक जीत की ओर बढ़ना सिखा सकते हैं।

1. सेनापति की तरह जूझना होगा

बवूमा चोट के बावजूद मैदान पर टिके रहे। उन्होंने पहली पारी में 36 और दूसरी में 66 रन बनाए, वो भी हैमस्ट्रिंग की चोट झेलते हुए। गिल को भी इंग्लैंड में अपने औसत प्रदर्शन को पीछे छोड़कर, मैदान पर एक मिसाल पेश करनी होगी। यह उनके लिए खुद को साबित करने का सुनहरा मौका है।

2. टीमवर्क से जीत मिलती है, सिर्फ स्टार से नहीं

द. अफ्रीका की जीत एक अकेले खिलाड़ी की नहीं, पूरी टीम के योगदान की थी – रबाडा (9 विकेट), मार्करम (136 रन), यानसेन, एंगिडी, बेडिंघम, सभी ने मिलकर जीत दिलाई। गिल को भी अपनी टीम के युवा खिलाड़ियों पर भरोसा करना होगा, उन्हें रोल देना होगा। विराट, रोहित, शमी न सही, लेकिन मौजूद खिलाड़ी भी मैच विनर हैं।

3. रिकॉर्ड तोड़ो, इतिहास मत देखो

लॉर्ड्स में 282 रनों का पीछा करने का रिकॉर्ड बेहद मुश्किल माना जाता था, लेकिन बवूमा की टीम ने कर दिखाया। भारत 18 साल से इंग्लैंड में सीरीज नहीं जीता है, लेकिन गिल इस आंकड़े को चुनौती दे सकते हैं। उन्हें टीम में वही आत्मविश्वास भरना होगा, जो बवूमा ने किया।

4. खिलाड़ियों की भूमिका स्पष्ट होनी चाहिए

WTC फाइनल में वियान मुल्डर को तीसरे नंबर पर भेजा गया, जो एक बॉलिंग ऑलराउंडर हैं। बवूमा ने उनके लिए रणनीतिक भूमिका बनाई। इसी तरह गिल को भी साई सुदर्शन, करुण नायर जैसे खिलाड़ियों को अवसर देना होगा और उन्हें डरमुक्त खेलने की प्रेरणा देनी होगी।

5. स्टार खिलाड़ियों का सोच-समझकर उपयोग करें

कैगिसो रबाडा को बवूमा ने बहुत सोच-समझकर इस्तेमाल किया। एक्सपर्ट भले कुछ भी कहें, कप्तान को मैदान की स्थिति देखनी होती है। शुभमन गिल को भी जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी का वर्कलोड मैनेज करना होगा। अगर बुमराह का इस्तेमाल सही समय पर और सीमित मात्रा में किया गया, तो वे सीरीज में लगातार मैच खेल सकते हैं, वरना चोट फिर लौट सकती है।

टेम्बा बवूमा ने अपनी कप्तानी से यह दिखा दिया कि लीडर बनना सिर्फ पद नहीं, जिम्मेदारी है। शुभमन गिल अगर इन 5 बातों को आत्मसात कर लें, तो न केवल वे एक बेहतर कप्तान बनेंगे, बल्कि भारत को इंग्लैंड में ऐतिहासिक जीत भी दिला सकते हैं।

साभार: न्यूज़18हिन्दी