
चीन ने हुनान प्रांत में दुनिया का सबसे बड़ा स्वर्ण भंडार खोज निकाला है। इस भंडार में अनुमानित 1,000 टन से अधिक सोना होने की संभावना है, जो धरती के करीब तीन किलोमीटर नीचे स्थित है। यह खोज चीन की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और उसकी घरेलू स्वर्ण मांग को पूरा करने में अहम भूमिका निभा सकती है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यह भंडार पिंगजियांग काउंटी में पाया गया है। हुनान भूविज्ञान अकादमी द्वारा किए गए सर्वेक्षण में तीन किलोमीटर की गहराई पर 40 स्वर्ण शिराओं की पहचान हुई है। इस खदान का अनुमानित मूल्य लगभग 83 अरब डॉलर है। यह भंडार दक्षिण अफ्रीका की प्रसिद्ध साउथ डीप खदान से भी बड़ा बताया जा रहा है, जिसमें लगभग 900 टन सोना है।
दुनिया में सोने का सबसे बड़ा उत्पादक बना चीन
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, चीन पहले ही दुनिया का सबसे बड़ा स्वर्ण उत्पादक है। 2023 में वैश्विक स्वर्ण उत्पादन में चीन की हिस्सेदारी 10% थी। हालांकि, घरेलू खपत ज्यादा होने के कारण चीन को आयात पर निर्भर रहना पड़ता था। वर्ष 2023 की पहली तीन तिमाहियों में चीन ने 741 टन सोने की खपत की, जबकि उत्पादन मात्र 268 टन था।
दुनिया की अन्य प्रमुख स्वर्ण खदानें
हुनान में इस नई खोज से पहले, दक्षिण अफ्रीका, इंडोनेशिया, रूस और पापुआ न्यू गिनी जैसे देशों में बड़े स्वर्ण भंडार मौजूद थे। इनमें साउथ डीप, ग्रासबर्ग और ओलंपियाडा गोल्ड माइन प्रमुख हैं।
भारत में सोने का भंडार
भारत में सबसे ज्यादा सोने का भंडार कर्नाटक में है। कोलार गोल्ड फील्ड्स, जो 2001 में बंद हो गई थी, 120 साल में 800 टन से अधिक सोना निकाल चुकी है।
गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे देश
हाल के भू-राजनीतिक तनावों के कारण दुनिया भर के देश अपने स्वर्ण भंडार बढ़ा रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के पास सितंबर 2024 तक 855 टन स्वर्ण भंडार था। विशेषज्ञों का मानना है कि डॉलर पर निर्भरता कम करने और सुरक्षित निवेश के लिए सोने को सबसे अच्छा विकल्प माना जा रहा है, जो महंगाई के खिलाफ भी एक मजबूत सुरक्षा प्रदान करता है।