चीन के एआई डेवलपर डीपसीक ने वैश्विक शेयर बाजार में एक बड़ा भूचाल मचा दिया है। इसके असर से सोमवार को दुनिया के 500 सबसे अमीर लोगों को कुल 108 अरब डॉलर का नुकसान हुआ, जिसमें एनवीडिया के सह-संस्थापक जेनसन हुआंग का नाम भी शामिल है। डीपसीक के कम लागत वाले एआई मॉडल ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी, जिससे दुनिया भर के निवेशकों ने टेक कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली की। इस बिकवाली के कारण टेक शेयरों पर आधारित इंडेक्स नेस्डैक 3.1% गिर गया, और चिप बनाने वाली कंपनी एनवीडिया को सबसे बड़ा नुकसान हुआ। कंपनी के शेयर 17% तक टूट गए, और एक ही दिन में कंपनी का मार्केट कैप 593 अरब डॉलर घट गया।

सोमवार को एनवीडिया के शेयरों का भाव 141 अमेरिकी डॉलर प्रति शेयर से गिरकर 118.5 डॉलर प्रति शेयर हो गया, जिससे कंपनी के सीईओ जेनसन हुआंग की संपत्ति लगभग 20.8 अरब डॉलर घट गई। फोर्ब्स के अनुसार, हुआंग की संपत्ति 124.4 बिलियन डॉलर से गिरकर 103.7 बिलियन डॉलर हो गई।

इस मंदी का कारण डीपसीक एआई के बढ़ते प्रतिस्पर्धा के डर को बताया जा रहा है। डीपसीक दावा करता है कि वह कम लागत और कम परिष्कृत चिप्स का उपयोग करके उन्नत एआई मॉडल तैयार करता है, जिससे एआई क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा में एक नया मोड़ आया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि एक चीनी कंपनी की ओर से डीपसीक एआई को बढ़ावा देना उद्योगों के लिए एक चेतावनी हो सकती है, और हमें प्रतिस्पर्धा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

डीपसीक के संस्थापक लियांग वेनफेंग, जो एक साधारण प्राथमिक शिक्षक के घर से आते हैं, ने अपनी मेहनत और दूरदृष्टि से खुद को दुनिया के सबसे अग्रणी एआई उद्यमियों में शुमार किया है। लियांग ने चीन के झेजियांग विश्वविद्यालय से अपनी शिक्षा पूरी की और बाद में एआई और वित्तीय डेटा विश्लेषण में गहन शोध किया। 2013 में उन्होंने हांग्जो याकेबी इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट की स्थापना की, और 2019 में हाई-फ्लायर हेज फंड की शुरुआत की, जो क्यूंटेटिव इनवेस्टमेंट के लिए एआई का उपयोग करता था।

2023 में लियांग ने हाई-फ्लायर के एक ऑफशूट के रूप में डीपसीक की शुरुआत की, और 2024 के अंत में डीपसीक ने अपना V3 मॉडल लॉन्च किया, जिससे यह एआई दुनिया में चर्चा का विषय बन गया। डीपसीक के शोधकर्ताओं ने बताया कि V3 मॉडल को बनाने में केवल 46 करोड़ रुपये (5.6 मिलियन डॉलर) का खर्च आया, जबकि अन्य कंपनियां ऐसे मॉडल पर 500 करोड़ रुपये (60 मिलियन डॉलर) खर्च करती हैं। डीपसीक का R1 चैटबॉट भी लॉन्च हुआ और यह अमेरिकी और वैश्विक बाजारों में तहलका मचाने में सफल रहा। लियांग का कहना है कि उनका उद्देश्य एआई को न केवल सुलभ बनाना है, बल्कि इसे वित्तीय और अन्य क्षेत्रों में क्रांतिकारी रूप से लागू करना भी है।