
विशाखापत्तनम: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 पूरे देश और दुनिया में बड़े जोश और उल्लास के साथ मनाया गया। इस बार मुख्य आयोजन आंध्र प्रदेश के खूबसूरत तटीय शहर विशाखापत्तनम में हुआ, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब 3 लाख लोगों और 40 देशों से आए राजदूतों के साथ मिलकर सामूहिक योगाभ्यास किया। समुद्र के किनारे खुले वातावरण में हुए इस भव्य कार्यक्रम में युवाओं, बुजुर्गों और विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा कि योग का अर्थ है “जोड़ना” – यह न केवल शरीर, मन और आत्मा को जोड़ता है, बल्कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव को रोकने का एक “पॉज बटन” भी है। उन्होंने यह भी कहा कि योग अब सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए जीवनशैली का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है।
इस भव्य आयोजन ने यह साबित कर दिया कि योग आज वैश्विक एकता, स्वास्थ्य और मानसिक संतुलन का प्रतीक बन चुका है। दुनिया भर में लाखों लोगों ने इस दिन योग करके यह संदेश दिया कि भारत की यह प्राचीन विद्या अब मानवता को जोड़ने वाली ताकत बन चुकी है।