Uttarakhand helicopter crash: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ से गुप्तकाशी जा रहे एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। हादसे के बाद अब ऑपरेटर कंपनी आर्यन एविएशन के दो सीनियर मैनेजरों कौशिक पाठक और विकास तोमर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या (BNS धारा 105) और एयरक्राफ्ट एक्ट की धारा 10 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का आरोप है कि कंपनी ने मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) की अनदेखी की, जिससे यह हादसा हुआ।

15 जून को सुबह करीब 7:30 बजे एक बेल 407 हेलीकॉप्टर कोहरे और खराब मौसम के बावजूद उड़ान भर गया था, जबकि इसकी निर्धारित उड़ान समय सीमा 8:20 बजे के बाद की थी। इस हेलीकॉप्टर में एक पायलट, एक दो वर्षीय बच्चा और पांच तीर्थयात्रियों समेत कुल सात लोग सवार थे, जिनकी हादसे में मौत हो गई। जांच में सामने आया कि मौसम की स्थिति बेहद खराब थी, बावजूद इसके उड़ान की अनुमति दी गई।

इस हादसे के बाद आर्यन एविएशन की चारधाम यात्रा के लिए सभी हेलीकॉप्टर सेवाएं तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी गई हैं। अन्य दो पायलटों के लाइसेंस भी निलंबित किए गए हैं, जिन्होंने भी खराब मौसम में उड़ान भरी थी। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) ने हेलीकॉप्टर संचालन पर सख्ती बढ़ाते हुए ऊंचाई वाले इलाकों में केवल अनुभवी पायलटों को ही उड़ान भरने की अनुमति देने का निर्देश दिया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह घटना चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर संचालन की सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े करती है, क्योंकि यह बीते कुछ महीनों में इसी मार्ग पर हुआ पाँचवां बड़ा हादसा है।