New Delhi: भोजपुरी स्टार और राजनीतिक चेहरा पवन सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में वापसी की है। मंगलवार को नई दिल्ली में उन्होंने भाजपा नेताओं और राष्ट्रीय लोक मोर्चा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की। इस दौरान भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े भी मौजूद रहे। बैठक के बाद पवन सिंह की भाजपा में घर वापसी की औपचारिक घोषणा हुई।

गौरतलब है कि बीते लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पवन सिंह को पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से टिकट दिया था। लेकिन बाद में उन्होंने अचानक काराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया। इस कदम ने न केवल एनडीए की रणनीति को झटका दिया, बल्कि पवन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा के बीच गहरे मतभेद भी उजागर कर दिए थे।

अब दोनों नेताओं के बीच सुलह होने से शाहाबाद क्षेत्र की राजनीति में बड़ा बदलाव संभव माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, पवन सिंह की लोकप्रियता और उपेंद्र कुशवाहा का संगठनात्मक आधार मिलकर भाजपा के लिए आगामी विधानसभा चुनावों में मजबूत समीकरण तैयार कर सकते हैं। इससे मत विभाजन की समस्या भी काफी हद तक कम हो सकती है।

वहीं, विपक्षी दल राजद ने इस घटनाक्रम पर भाजपा को घेरने की कोशिश की है। राजद नेताओं का कहना है कि भाजपा तिनके-तिनके जोड़ने की कवायद कर रही है, जबकि जनता का भरोसा अब भी तेजस्वी यादव पर ही टिका है।

कुल मिलाकर, पवन सिंह की वापसी ने न केवल भाजपा को मजबूती दी है, बल्कि शाहाबाद की चुनावी तस्वीर में भी नई हलचल मचा दी है।