Patna: बिहार में एनडीए गठबंधन ने नई सरकार के गठन की दिशा में कदम तेज कर दिए हैं। पटना और नई दिल्ली में एनडीए के घटक दलों के बीच लगातार बैठकों का दौर जारी है। आज सोमवार को जदयू के 85 नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक पटना में आयोजित होगी, जिसमें सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुने जाने की उम्मीद है। वहीं, भाजपा के 89 विधायक भी अपने नेता का चयन करेंगे। इन बैठकों के बाद एनडीए की संयुक्त बैठक में गठबंधन नेता चुना जाएगा और राज्यपाल से सरकार गठन का दावा पेश किया जाएगा।

कैबिनेट की अंतिम बैठक, नीतीश देंगे इस्तीफा

इससे पहले आज दोपहर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मौजूदा मंत्रिपरिषद् की अंतिम बैठक होगी। इस बैठक में कैबिनेट भंग करने और नई सरकार के गठन का प्रस्ताव पारित किया जाएगा। इसके तुरंत बाद नीतीश कुमार राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को अपना इस्तीफा सौंप देंगे।

20 नवंबर को गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह संभव

नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 20 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में होने की संभावना है। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान नए मुख्यमंत्री और मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। इस कार्यक्रम को लेकर प्रशासनिक तैयारियाँ शुरू हो गई हैं और पटना जिला प्रशासन ने 17 से 20 नवंबर तक गांधी मैदान को आम सभाओं के लिए बंद करने का निर्णय लिया है।

89 सीटों के साथ भाजपा बनी सबसे बड़ी पार्टी

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने कुल 202 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया है। भारतीय जनता पार्टी 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जबकि जदयू ने 85 सीटें हासिल कीं। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 19, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को 5 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 4 सीटें मिली हैं। लोजपा (आर) के नेता चिराग पासवान ने कहा कि 22 नवंबर से पहले नई सरकार सत्ता संभाल लेगी।