
ई-वोटिंग ऐप का पहला पायलट प्रयोग बिहार के बक्सर नगर परिषद उपचुनाव में किया जा रहा है
Patna: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पहली बार मोबाइल ऐप के ज़रिए मतदान की सुविधा दी जा रही है, जिसे लेकर लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। चुनाव आयोग ने इस संबंध में साफ किया है कि जिस ऐप “E-SECBHR” के माध्यम से वोटिंग होगी, उसमें किसी भी तरह की छेड़छाड़ या गड़बड़ी की कोई संभावना नहीं है। यह ऐप अत्याधुनिक तकनीकों जैसे फेस रिकग्निशन, ओसीआर, ब्लॉकचेन और ऑडिट ट्रेल से लैस है, जिससे वोट की गोपनीयता और सुरक्षा पूरी तरह सुनिश्चित होती है। आयोग ने बताया कि यह ऐप खास तौर पर उन मतदाताओं के लिए बनाया गया है जो बुजुर्ग हैं, दिव्यांग हैं, गंभीर रूप से बीमार हैं या फिर प्रवासी मजदूर हैं, ताकि वे बिना मतदान केंद्र आए अपने मोबाइल से ही वोट डाल सकें।
इस ई-वोटिंग ऐप का पहला पायलट प्रयोग बिहार के बक्सर नगर परिषद उपचुनाव में किया जा रहा है, जहां लगभग 13,000 विशेष वोटर्स को यह सुविधा दी जा रही है। वोटिंग सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक होगी और हर दो मिनट में एक वोट रिकॉर्ड किया जा सकेगा। हालांकि ऐप तेज़ है, लेकिन एक समय में सीमित संख्या में लोग ही इसका इस्तेमाल कर पाएंगे। चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि फिलहाल करीब 10,000 वोटर पहले ही रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं और कुल 50,000 मतदाताओं के इस सुविधा का लाभ उठाने की संभावना है।
आयोग ने स्पष्ट किया है कि ऐप को कई साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों और एजेंसियों द्वारा परखा गया है और इसमें डेटा एन्क्रिप्शन जैसी तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है, जिससे इसकी सुरक्षा पर कोई शक नहीं रह जाता। इस कदम को डिजिटल इंडिया की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है, जिससे भविष्य में पूरे देश में सुरक्षित और सुविधाजनक मोबाइल वोटिंग की राह खुल सकती है।