देश भर में इस समय मौसम का मिजाज अप्रत्याशित बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में बना गहरा दबाव (डीप प्रेशर) चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ में तब्दील होने जा रहा है, जिसे लेकर भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अलर्ट जारी किया है। यह तूफान तेज़ हवाओं और भारी बारिश के साथ कई क्षेत्रों में गंभीर प्रभाव डाल सकता है। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल से लेकर पंजाब तक इसका असर महसूस किया जाएगा। इसको देखते हुए तमिलनाडु के कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, वहीं इंडिगो की उड़ानों पर भी इसका प्रभाव पड़ा है।

मंगलवार को दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन डीप डिप्रेशन में बदल गया और 27 नवंबर तक यह चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ का रूप ले लेगा। मौसम विभाग का अनुमान है कि यह श्रीलंका और तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों की ओर उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए अगले दो दिनों में और शक्तिशाली होगा। इसके चलते तटीय राज्यों में भारी बारिश की संभावना है। साथ ही, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 29 नवंबर से एक नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय होने की आशंका भी जताई गई है।

आईएमडी ने भारी बारिश को लेकर तमिलनाडु और पुडुचेरी में 27 से 30 नवंबर तक ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है। केरल और माहे में 27 नवंबर, जबकि आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा में 28 से 30 नवंबर के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी 28 नवंबर को भारी बारिश हो सकती है।

तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में तूफान का व्यापक असर देखने को मिल सकता है। इनमें शहरी इलाकों में बाढ़, अंडरपास बंद होने और सड़कों पर जलभराव के कारण यातायात बाधित हो सकता है। विजिबिलिटी में कमी और कच्ची सड़कों को नुकसान जैसी समस्याएं भी सामने आ सकती हैं। इसके अलावा, जलभराव के कारण बागवानी और खड़ी फसलों को भी नुकसान होने की आशंका है।

प्रशासन ने फेंगल तूफान के प्रभाव को देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी है। तमिलनाडु के त्रिची, रामनाथपुरम, नागपट्टिनम, कुड्डालोर, विल्लुपुरम और तिरुवल्लूर जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। जनता से अपील की गई है कि मौसम के हालात को ध्यान में रखते हुए आवश्यक सावधानियां बरतें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।