नई दिल्ली: भारत के शीर्ष 10 शहरों में आवासीय कीमतों में पिछले पांच वर्षों में औसतन 88% की वृद्धि हुई है, जो कि रियल एस्टेट क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है। रिपोर्ट के अनुसार, गुड़गांव में आवासीय संपत्तियों की कीमतों में सबसे अधिक 160% की वृद्धि हुई, जो इसे देश के सबसे महंगे रियल एस्टेट बाजारों में से एक बनाता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि गुड़गांव की यह वृद्धि शहर में लगातार बढ़ती मांग, विशेष रूप से सूचना प्रौद्योगिकी और सेवा क्षेत्र में, और नए आवासीय परियोजनाओं के विकास के कारण हुई है। इसके विपरीत, मुंबई में आवासीय कीमतों में केवल 37% की वृद्धि दर्ज की गई, जो शहर की उच्च जनसंख्या घनत्व और सीमित भूमि उपलब्धता को दर्शाती है।

विश्लेषकों का मानना है कि यह असमान वृद्धि रियल एस्टेट बाजार की गतिशीलता और प्रत्येक शहर की आर्थिक स्थिति पर निर्भर करती है। जब गुड़गांव में विकास की गति तेज है, तो मुंबई में स्थिरता ने बाजार को ठोस रखा है।

इन आंकड़ों के प्रकाश में, यह स्पष्ट है कि भारत का रियल एस्टेट बाजार एक नए चरण में प्रवेश कर रहा है, जिसमें कुछ शहरों में तेजी से वृद्धि हो रही है, जबकि अन्य स्थिरता बनाए रखने में सफल हो रहे हैं।