चुनाव आयोग आज महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा करने वाला है। दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है क्योंकि वर्तमान सरकारों का कार्यकाल समाप्त होने वाला है।

महाराष्ट्र में 288 और झारखंड में 81 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार अपनी सत्ता को बरकरार रखने की कोशिश में जुटी है, जबकि झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार विपक्ष और आंतरिक राजनीति के दबावों का सामना कर रही है।

दोनों राज्यों के चुनाव को आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले का अहम राजनीतिक मुकाबला माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, महाराष्ट्र में आर्थिक विकास, किसान मुद्दे और रोजगार जैसे विषय प्रमुख होंगे, जबकि झारखंड में आदिवासी अधिकार, विकास और रोजगार जैसे मुद्दे चुनावी चर्चाओं में मुख्य रह सकते हैं।

आज तारीखों की घोषणा के साथ ही दोनों राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी, जो चुनाव प्रक्रिया के दौरान सरकारी गतिविधियों और नीतिगत घोषणाओं पर रोक लगाएगी।

चुनाव आयोग की घोषणा के बाद राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने और जोरदार चुनाव प्रचार की रणनीतियों पर काम शुरू कर देंगे। जनता और राजनीतिक दलों की निगाहें अब आयोग की घोषणा पर टिकी हैं।

इस बीच, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को पहले से ही चुनाव की तारीखों की जानकारी थी, और उन्होंने चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाया है। चुनावों की तारीखों के ऐलान के साथ दोनों राज्यों में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो जाएगी।